
पाकिस्तान ने सऊदी अरब से बड़ा सैन्य समझौता किया है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान लगातार बड़े सैन्य समझौते कर रहा है. इसमें अमेरिका, चीन से लेकर सऊदी अरब और बांग्लादेश तक शामिल हैं. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान ने 5 अहम समझौते किए हैं. अमेरिका भी पाकिस्तान को लेकर एक्टिव रहा है. चलिए आपको पाकिस्तान के 5 बड़े समझौतों और उसके भारत पर असर के बारे में बताते हैं.
सऊदी अरब के साथ पाकिस्तान की डील-
पाकिस्तान ने 17 सितंबर को सऊदी अरब के साथ बड़ा सैन्य समझौता किया है. पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ और सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच म्यूचुअल डिफेंस एग्रीमेंट हुआ. इस समझौते के तहत दोनों देशों में से किसी एक पर भी कोई हमला होता है तो उसे दोनों देशों के खिलाफ हमला माना जाएगा. इसका मतलब है कि आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी एक्शन को सऊदी अरब के खिलाफ माना जाएगा.
इस समझौते को लेकर भारत ने कहा कि देश पर इसके प्रभावों की स्टडी कर रहे हैं. जबकि कई जानकारों का मानना है कि सऊदी अरब सीधे भारत के खिलाफ पाकिस्तान का सहयोग नहीं करेगा, लेकिन आर्थिक मदद जरूर कर सकता है.
बांग्लादेश के साथ हथियार बनाएगा पाकिस्तान-
अगस्त महीने में पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार बांग्लादेश दौरे पर गए. इस दौरान दोनों देशों में 6 समझौते हुए. पाकिस्तान और बांग्लादेश मिलकर हथियार बनाने पर बात कर रहे हैं. दोनों देश साथ में सैन्य अभ्यास करेंगे. दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत हो रहे हैं. लेकिन ये भारत की सुरक्षा के लिए चुनौती पैदा कर रहा है.
चीन से 74 हजार करोड़ की इनवेस्टमेंट डील-
ऑपरेशन सिंदूर के तुरंत बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार चीन के दौरे पर गए. इस दौरान उनकी मुलाकात चीन के विदेश मंत्री वांग यी से हुई. चीन में पाकिस्तान को 30 हजार करोड़ रुपए का लोन दिया. सितंबर में ही पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ चीन गए और 74 हजार करोड़ रुपए के इनवेस्टमेंट डील की. इसके साथ ही चीन-पाक इकोनॉमिक कॉरिडोर का दूसरा फेज लॉन्च किया.
आपको बता दें कि CPEK पीओके के गिलगित-बाल्टिस्तान से होकर गुजरता है.यह भारत के लिए ठीक नहीं है. इतना ही नहीं, चीन से मिले लोन और निवेश का इस्तेमाल पाकिस्तान भारत विरोधी कामों में कर सकता है.
पाक में तेल भंडारों का विकास करेगा अमेरिका-
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान और अमेरिका के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी. पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर अमेरिका गए और ट्रंप के साथ लंच किया. 30 जुलाई को ट्रंप ने ऐलान किया कि अमेरिका पाकिस्तान के तेल भंडारों का विकास करेगा. इसका मतलब है कि अमेरिका पाकिस्तान में तेल के कुएं खोजेगा. इतना ही नहीं, ट्रंप ने पाकिस्तान पर लगने वाला टैरिफ 29 फीसदी से घटाकर 19 फीसदी कर दिया. जानकारों का मानना है कि इस डील का अगले कुछ सालों तक कोई असर नहीं होने वाला है.
पाकिस्तान की मदद करेगा तुर्किये-
ऑपरेशन सिंदूर के बाद शहबाज शरीफ और आसिम मुनीर तुर्किए गए. उनकी मुलाकाता राष्ट्रपति एर्दोगन से हुई. इसके बाद जुलाई में तुर्किये के विदेश मंत्री हाकन फिदान और रक्षा मंत्री यासर गुलेर पाकिस्तान गए. दोनों देशों के बीच साथ मिलकर हथियार बनाने पर बातचीत हुई. इसमें खास तौर पर ड्रोन बनाने पर बातचीत शामिल है. तुर्किये हमेशा से पाकिस्तान की मदद करता रहा है. दोनों देशों के बीच कई डिफेंस डील भी हुए हैं.
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