साल 2023 के गणतंत्र दिवस पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सिसी मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे. ऐसा कहा जाता है कि उनके और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच कई समानताएं हैं. ये दोनों की राष्ट्रपति साल 2014 में सत्ता में आए और अपने देश में छा गए. वहीं दूसरे कार्यकाल में भी दोनों ही नेताओं ने पूर्ण बहुमत के साथ कमाल कर दिया.
मिस्र के छठे राष्ट्रपति हैं अल सिसीअ
अब्देल फतह अल सिसी मिस्र से छठे राष्ट्रपति हैं. उनका जन्म 19 नवंबर 1954 को हुआ था. वो 2014 में मिस्र के राष्ट्रपति बने और 2018 में दोबारा मिस्र की सत्ता पर काबिज हुए. इससे पहले 2013 और 2014 में वो मिस्र के डिप्टी पीएम के रूप में कार्यरत रहे. वहीं साल 2012-13 में रक्षा मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दीं.
सेना के अधिकारी भी रह चुके हैं
राष्ट्रपति बनने से पहले अल सिसी मिस्र की सेना में बड़े अधिकारी रह चुके हैं. 2014 में वो मिस्र सेना से जनरल पद से सेवानिवृत्त हुए. 2010 से 2012 तक उन्होंने मिलिट्री इंटेलिजेंस के निदेशक के रूप में काम किया. 2014 जनवरी में अल सिसी को फील्ड मार्शल की पदोन्नति भी मिली थी.
ट्रंप कर चुके हैं उनकी तारीफ
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी अल सिसी की तारीफ कर चुके हैं. 2018 में ट्रंप ने अल सिसी ने आतंकवाद के खिलाफ अभियान चलाया था, जिसको लेकर उनकी खूब प्रशंसा हुई थी. यहां तक चुनावों में अल सिसी का एजेंडा आतंकवाद ही था, और आतंकवाद के खात्मे का दावा करके ही वो सत्ता पर काबिज हुए थे.
दो साल बाद शामिल होंगे विदेशी मेहमान
गणतंत्र दिवस समारोह में दो साल बाद कोई विदेशी मेहमान शामिल होने वाला है. दरअसल कोरोना महामारी के कारण दो साल से कोई विदेशी मेहमान इसमें शामिल नहीं हो रहा था. 2021 में ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन मुख्य अतिथि के तौर पर इस कार्यक्रम में आमंत्रित किए गए थे. लेकिन वहां कोरोना के मामले बढ़ने के कारण वो नहीं आ सके थे.