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एक वायरल तस्वीर के कारण सीरिया के रिफ्यूजी परिवार को मिली इटली से मदद

पिछले साल सोशल मीडिया पर एक पिता की अपने बच्चे को हवा में उछालते हुए की तस्वीर बहुत वायरल हुई थी. यह तस्वीर थी सीरिया के एल नेज़ेल और उनके बेटे मुस्तफा की. तस्वीर में नेज़ेल व्हीलचेयर पर बैठे हुए अपने बेटे को हवा में उछाल रहे थे. इस तस्वीर को सिएना इंटरनेशनल फोटो अवार्ड्स में ‘फोटो ऑफ़ द ईयर’ अवॉर्ड मिला है.

Munzir al-Nazzal holds his son Mustafa (AP) Munzir al-Nazzal holds his son Mustafa (AP)
हाइलाइट्स
  • इटली पहुंचेंगे मुस्तफा और उनके पिता

  • मुस्तफा और उनके पिता को मिलेंगे कृत्रिम अंग

पिछले साल सोशल मीडिया पर एक पिता की अपने बच्चे को हवा में उछालते हुए की तस्वीर बहुत वायरल हुई थी. यह तस्वीर थी सीरिया के एल नेज़ेल और उनके बेटे मुस्तफा की. तस्वीर में नेज़ेल व्हीलचेयर पर बैठे हुए अपने बेटे को हवा में उछाल रहे थे. 

दोनों की पिता और बेटा बहुत खुश नजर आ रहे थे. लेकिन उनकी मुस्कान के पीछे एक दर्दभरी दास्तां भी है. दरअसल एल नेज़ेल ने सीरिया में हुए एक बम धमाके में अपना एक पैर गंवा दिया. और तो और उनका बेटा मुस्तफा भी दिव्यांग पैदा हुआ था. 

एल नेज़ेल जैसे-तैसे अपने परिवार के साथ सीरिया से बचकर तुर्की पहुंच गए और वहीं पर यह तस्वीर ली गई. जनवरी 2021 में तुर्की के फोटोग्राफर मेहमत असलान ने यह फोटो ली और इसे "हार्डशिप ऑफ लाइफ" का नाम दिया. दिलचस्प बात यह है कि इस तस्वीर को सिएना इंटरनेशनल फोटो अवार्ड्स में ‘फोटो ऑफ़ द ईयर’ अवॉर्ड मिला. 

इटली पहुंचेंगे मुस्तफा और उनके पिता: 

तस्वीर के वायरल होने के बाद एल नेज़ेल और मुस्तफा की कहानी के बारे में दुनिया को पता चला. बहुत से लोगों ने उनके साथ हमदर्दी जताई तो वहीं इटली में कुछ संगठनों ने उनकी मदद करने की ठानी ताकि वे एक सामान्य जीवन जी सकें. 

मुस्तफा मात्र छह साल का है और उनके परिवार में उनके पिता, मां और दो छोटी बहनें हैं. गुरूवार को यह परिवार इटली के लिए विमान में बैठा और उन्होंने एक वीडियो भी रिकॉर्ड किया था कि वे आ रहे हैं और साथ ही कहा कि हम इटालिया से प्यार करते हैं. 

मुस्तफा और उनके पिता को मिलेंगे कृत्रिम अंग: 

फेस्टिवल के आयोजकों ने सीरियाई परिवार की मेजबानी के लिए सिएना में डिप्लोमेट्स, अस्पतालों, रिहैबिलिटेशन सेंटर और कैथोलिक सूबों से संपर्क किया. उनका उद्देश्य मुस्तफा और उनके पिता का सही इलाज कराना है. उनकी कोशिश है कि मुस्तफा और उनके पिता को प्रॉस्थेटिक लिंब (कृत्रिम) लगाए जा सकें. 

मुस्तफा जन्म से ही बिना हाथ-पैरों के जन्मे हैं और इसका मुख्य कारण है कि सीरिया में युद्ध के दौरान नर्व गैस छोड़ी गई. जिसके कारण उनकी मां की सेहत पर बुरा असर पड़ा और उस समय वह प्रेग्नेंट थीं. उनकी जान बचाने के लिए उन्हें जो मेडिसिन दी गई, उन मेडिसिन का मुस्तफा पर असर पड़ा और वह दिव्यांग पैदा हुए. 

लेकिन अब इस परिवार के लिए उम्मीद जगी है क्योंकि इटली में प्रोस्थेटिक एक्सपर्ट्स उनसे मिलकर मुस्तफा और उनके पिता के लिए प्रोस्थेटिक डिज़ाइन करने वाले हैं.