![यूएन जनरल असेंबली के अध्यक्ष के चुनाव की पूरी प्रक्रिया (Photo/Wikipedia) यूएन जनरल असेंबली के अध्यक्ष के चुनाव की पूरी प्रक्रिया (Photo/Wikipedia)](https://cf-img-a-in.tosshub.com/lingo/gnt/images/story/202306/uptet_result_2021_-_2023-06-01t132356.686-sixteen_nine.jpg?size=948:533)
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष का चुनाव हर साल होता है. संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रतिनिधि वोटिंग के जरिए अध्यक्ष का चुनाव करते हैं. भौगोलिक ग्रुपों में रोटेशन के आधार पर प्रेसीडेंसी तय होती है. हर साल एशिया-प्रशांत, लैटिन अमेरिकी और कैरिबियन, पूर्वी यूरोपीय, एशिया-प्रशांत और पश्चिमी यूरोपीय भौगोलिक ग्रुपों में से अध्यक्ष चुना जाता है. यूएन असेंबली के लिए एक परंपरा बन गई है कि कोई भी स्थाई सदस्य देश इसका अध्यक्ष नहीं बनता है.
एक साथ होता है अध्यक्ष, उपाध्यक्ष का चुनाव-
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष का चुनाव हर साल होता है. जनरल असेंबली को अध्यक्ष का चुनाव करना होता है. इसके साथ ही 21 उपाध्यक्ष का भी चुनाव होता है. इसके अलावा 6 मुख्य कमेटी के चेयरमैन का भी चुनाव होता है. इन सबको सामान्य समिति कहते हैं. सुरक्षा परिषद के 5 स्थाई सदस्य उपाध्यक्ष के तौर पर काम करते हैं. अध्यक्ष का चुनाव उस सत्र से 3 महीने पहले किया जाता है, जिसकी अध्यक्ष उसको करनी है. इसके बाद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष अपना पदभार ग्रहण करते हैं. अधय्क्ष उस सत्र की शुरुात में काम करते हैं, जिसके लिए वे चुने जाते हैं. उस सत्र की समाप्ति तक उस पद पर बने रहते हैं.
कौन हो सकता है अध्यक्ष पद का उम्मीदवार-
कोई भी सदस्य देश महासभा के अध्यक्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकता है. हालांकि इसके लिए कुछ नियम बनाए गए हैं. अध्यक्ष पद के उम्मीदवार एक समय में उपाध्यक्ष या मुख्य समिति का अध्यक्ष नहीं हो सकता है. इसका मतलब साफ है कि 5 स्थाई सदस्य हमेशा उपाध्यक्ष रहते हैं तो वो अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार नहीं बनते हैं.
इसके अलावा महासभा के अध्यक्ष पद के लिए वो ही उम्मीदवार हो सकता है, जो रोटेशन के तहत उस क्षेत्रीय समूह से आता हो, जिसको इस बार अध्यक्षता करनी है.
कैसे चुना जाता है अध्यक्ष-
महासभा में संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों का प्रतिनिधित्व होता है. हर सदस्य देश के पास एक वोट होता है. संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष का चुनाव पदभार ग्रहण करने के 3 महीने पहले होता है. आमतौर पर जून के महीन में चुनाव होता है. अध्यक्ष का चुनाव जनरल असेंबली में साधारण बहुमत से होता है. आमतौर पर क्षेत्रीय समूह एक उम्मीदवार पर सहमत हो जाते हैं. लेकिन अगर एक उम्मीदवार पर सहमति नहीं बनती है तो चुनाव कराया जाता है.
अस्थाई अध्यक्ष की भी व्यवस्था-
अगर किसी कारण से महासभा के सत्र शुरू होने तक अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो पाता है. तो नियम के मुताबिक पिछले सत्र का अध्यक्ष सत्र की अध्यक्षता करेगा. या उस प्रतिनिधिमंडल का अध्यक्ष भी अध्यक्षता कर सकता है. जिसमें से पिछला अध्यक्ष चुना गया था. ये प्रक्रिया तब तक चलती रहेगी, जब तक असेंबली अपना अध्यक्ष नहीं चुन लेती है.
बैठक की अध्यक्ष कौन करेगा-
जनरल असेंबली की बैठक की अध्यक्षता आमतौर पर अध्यक्ष ही करता है. लेकिन किसी बैठक में अध्यक्ष को गैरहाजिर रहना होता है तो वह अपनी जगह उपाध्यक्षों में से एक को नामित करेगा. अध्यक्ष के तौर पर काम करते समय उपाध्यक्ष के पास वो सारी शक्तियां होती है, जो अध्यक्ष को मिली हुई होती हैं. अगर अध्यक्ष अपना काम करने में असमर्थ है तो शेष अवधि के लिए नया अध्यक्ष चुना जा सकता है.
अध्यक्ष के पास अधिकार-
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष के जनरल असेंबली को संचालित करने का अधिकार होता है. अध्यक्ष महासभा की बैठक की शुरुआत और अंत करता है. पूर्ण बैठकों की चर्चाओं को निर्देशित करता है. अध्यक्ष वक्ताओं की लिस्ट बनाता है और सदस्यों को बोलने का अधिकार देता है. अध्यक्ष के पास किसी भी बैठक के स्थगन या निलंबन का प्रस्ताव देने का अधिकार होता है. हालांकि अध्यक्ष के पास वोट देने का अधिकार नहीं होता है.
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