शार्क टैंक इंडिया की जज और एमक्योर फार्मास्यूटिकल्स की एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर नमिता थापर ने Zoho के फाउंडर श्रीधर वेम्बू के हालिया बयान पर करारा जवाब दिया है. दरअसल, वेम्बू ने युवाओं को सलाह दी थी कि समाज और पूर्वजों के प्रति डेमोग्राफिक ड्यूटी निभाने के लिए उन्हें 20 की उम्र में शादी कर लेनी चाहिए और बच्चे पैदा करने चाहिए. इस बयान के सामने आते ही सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई. अब नमिता थापर भी इस बहस में कूद पड़ी हैं.
मामला तब शुरू हुआ जब बिजनेसवुमन उपासना कोनिडेला ने IIT हैदराबाद में छात्रों से हुई बातचीत का जिक्र X पर किया.
उपासना कोनिडेला के पोस्ट से शुरू हुई चर्चा
उपासना ने लिखा था, जब मैंने पूछा, "आप में से कितने लोग शादी करना चाहते हैं? तो महिलाओं से ज्यादा पुरुषों ने हाथ उठाए. कोनिडेला ने इसे नई पीढ़ी की बदलती प्राथमिकताओं से जोड़ते हुए कहा, महिलाएं ज्यादा करियर-फोकस्ड हो चुकी हैं. यही नई प्रोग्रेसिव इंडिया है.''
उनके इस पोस्ट पर रिएक्शन देते हुए श्रीधर वेम्बू ने कहा कम उम्र में शादी और बच्चे करना समाज के लिए फायदेमंद है. उन्होंने लिखा, 'मैं युवा बिजनेसमैन पुरुष और महिलाओं को सलाह देता हूं कि शादी और बच्चे 20s में कर लें. इसे टालना ठीक नहीं. यह समाज और अपने पूर्वजों के प्रति हमारी डेमोग्राफिक ड्यूटी भी है.'
ये ड्यूटी महिलाओं पर ही भारी पड़ती है
वेम्बू के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए नमिता थापर ने X पर एक वीडियो पोस्ट किया और लिखा, एक इंसान जिसके पास इतनी बड़ी फॉलोइंग है, उसकी जिम्मेदारी बनती है कि वह असली मुद्दों पर बात करे. अभी-अभी 20s में शादी करो जैसा ज्ञान पढ़ा… बिल्कुल उसी तरह जैसे 70 घंटे काम करो वाली थ्योरी. चूंकि आपको नंबर इतने पसंद हैं, तो अगली बार इन दो नंबरों पर बात कीजिए. पहला- 57% भारतीय महिलाएं एनीमिक हैं, दूसरा महिलाओं की वर्कफोर्स पार्टिसिपेशन 20% से भी कम है और ये सालों से नहीं बदला है.'
पहले पीरियड्स फिर मां बनने का दबाव
वीडियो में नमिता ने कहा, इस ड्यूटी का सारा बोझ महिलाओं पर आता है. 11 साल की उम्र में पीरियड्स शुरू फिर मां बनने का दबाव, फिर प्री-मेनोपॉज… ये सब कोई मजाक नहीं है. हमारी ड्यूटी हमारी हेल्थ, हमारी जरूरतों और हमारे सपनों के प्रति क्यों नहीं? और अगर इसी चक्कर में शादी देर से हो जाए तो इसमें गलत क्या है?
पहले अपनी ड्यूटी जिंदा महिलाओं के प्रति निभाइए
नमिता ने कहा कि लीडर्स को पूर्वजों की ड्यूटी पर भाषण देने से पहले महिलाओं की असली दिक्कतों पर ध्यान देना चाहिए. एनीमिया, पोषण की कमी, असुरक्षा, और रोजगार के घटते अवसर. पहले अपनी ड्यूटी हमारे प्रति निभाइए… जो अभी जिंदा हैं.'
सोशल मीडिया पर मिला समर्थन
थापर की पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा शुरू हो गई. कई यूजर्स ने उनकी बात का समर्थन किया और कहा कि पब्लिक फिगर्स को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए.
एक यूजर ने लिखा, 'शादी कब करनी है ये बेहद व्यक्तिगत फैसला है. भीड़ को देखकर ज्ञान बांटना ठीक नहीं है. हर व्यक्ति की परिस्थितियां अलग होती हैं.'
एक अन्य यूजर ने कहा, 'अगर हम सच में देश का भविष्य सुधारना चाहते हैं, तो पोषण, सुरक्षा, शिक्षा और महिलाओं की आर्थिक भागीदारी जैसे मुद्दों की बात करनी होगी, न कि शादी की उम्र और 70 घंटे काम जैसे फॉर्मूले बेचने की.'
कौन हैं श्रीधर वेम्बू
श्रीधर वेम्बू एक अरबपति बिजनेसमैन हैं और ZOHO Corporation के फाउंडर और पूर्व CEO हैं. वेम्बू ने 1989 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन है और 1994 में प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से PhD की डिग्री ली है. वेम्बू ने कई अमेरिकी मल्टीनेशनल कंपनी में लाखों की नौकरी छोड़कर ZOHO Corporation की शुरुआत की. वो बिना किसी शोर शराबे, दिखाने के गांव में रहते हैं और गांव से ही अपनी करोड़ों की कंपनी चलाते हैं.