स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में देशभक्ति का एक भव्य नजारा देखने को मिला. विकास खंड सिरसिया के भारत-नेपाल सीमा स्थित सूइया बॉर्डर पर 100 फीट ऊंचे तिरंगे का अनावरण किया गया. इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष दद्दन मिश्र, जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया और SSB कमांडेंट अमरेंद्र कुमार वरुण मौजूद रहे.
सीमा पर गर्व का प्रतीक बना तिरंगा
जिला पंचायत अध्यक्ष दद्दन मिश्र ने इस अवसर पर कहा कि तिरंगा हमारे देश की आन, बान और शान का प्रतीक है, जो हमें राष्ट्र की एकता, अखंडता और बलिदान की प्रेरणा देता है. उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर इस भव्य तिरंगे का अनावरण होना गर्व की बात है. यह न केवल सीमा क्षेत्र के लोगों के मन में देशभक्ति की भावना को और प्रबल करेगा, बल्कि आने-जाने वाले हर व्यक्ति को भारत की गौरवशाली पहचान का एहसास कराएगा.
जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि सूइया बॉर्डर पर लगा यह विशाल तिरंगा सीमा की गरिमा को और ऊंचा करेगा. यह स्थान भारत और नेपाल के बीच आने-जाने वाले लोगों के लिए एक प्रेरणादायक दृश्य बनेगा और उन्हें यह याद दिलाएगा कि वे जिस मिट्टी पर खड़े हैं, वह स्वतंत्र और गर्वित भारत की है.
सीमा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियों ने भारत-नेपाल सीमा पर निगरानी और सख्त कर दी है. SSB की 62वीं वाहिनी के अंतर्गत आने वाली 12 सीमा चौकियों को पूर्ण अलर्ट मोड पर रखा गया है. सुरक्षा बलों ने सीमा पर चेकिंग, नाका ड्यूटी और गश्त को और तेज कर दिया है ताकि किसी भी तरह की अवैध गतिविधि, घुसपैठ, तस्करी या असामाजिक तत्वों की हरकतों पर तुरंत अंकुश लगाया जा सके.
SSB कमांडेंट अमरेंद्र कुमार वरुण ने सभी चौकी प्रभारियों को निर्देश दिया है कि आने-जाने वाले हर व्यक्ति और वाहन की गहन जांच की जाए. संदिग्ध व्यक्तियों पर विशेष नजर रखी जाए और स्थानीय प्रशासन व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ निरंतर समन्वय बनाए रखा जाए. उन्होंने सीमा क्षेत्र के ग्रामीणों और नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति की सूचना तुरंत निकटतम सीमा चौकी को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके.
देशभक्ति और सुरक्षा का संगम
सूइया बॉर्डर पर 100 फीट ऊंचा लहराता तिरंगा केवल एक झंडा नहीं, बल्कि देश की संप्रभुता और सीमा की सुरक्षा का प्रतीक है. यह उन हजारों सैनिकों की कुर्बानी की याद भी दिलाता है, जिन्होंने देश की आज़ादी और सीमाओं की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया. स्वतंत्रता दिवस से पहले यह दृश्य न केवल स्थानीय लोगों बल्कि दूर-दराज से आने वाले यात्रियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा.
स्थानीय लोगों में उत्साह
इस अनावरण कार्यक्रम के दौरान स्थानीय नागरिकों में खासा उत्साह देखने को मिला. बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी इस पल को कैमरे में कैद करने के लिए मौजूद थे. कई लोगों ने कहा कि सीमा पर इतना भव्य तिरंगा लगना गर्व की बात है और यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा.
स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय पर्व के ठीक पहले इस तरह का आयोजन देशभक्ति और राष्ट्रीय एकता के संदेश को और मजबूत करता है. सूइया बॉर्डर पर लगा यह तिरंगा आने वाले वर्षों तक भारत-नेपाल सीमा पर एक ऐतिहासिक पहचान के रूप में लहराता रहेगा.
(पंकज वर्मा की रिपोर्ट)