महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), ब्लॉकचेन और डिजिटलीकरण जैसी तकनीकों ने न सिर्फ उद्योगों में, बल्कि सरकारी कामों में भी पारदर्शिता और क्षमता को बढ़ाया है.
किसानों के लिए एआई बना सहारा
मुख्यमंत्री ने बताया कि नई तकनीकें किसानों को नुकसान से बचाने, लागत घटाने और मुनाफा बढ़ाने में मददगार साबित हो रही हैं. उन्होंने कहा कि पुणे में आयोजित एग्री-हैकाथॉन में युवाओं द्वारा बनाया गया एआई मॉडल हवा के तत्वों का विश्लेषण कर सकता है और फसलों पर कीट हमले की पहले से चेतावनी देता है. इसे उन्होंने “गेम-चेंजर मॉडल” बताया.
फडणवीस ने कहा कि आज का दौर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का है. इस तकनीक से समाज में साक्षरता और समानता पैदा की जा सकती है. एआई, डिजिटलीकरण और तकनीक की कोई भौगोलिक सीमा नहीं है. यह अमीर-गरीब, जाति और भाषा का भेद नहीं जानती. यही वजह है कि यह हर भारतीय की सोच को आकार दे सकती है.
युवाओं की प्रतिभा को मिला मंच
एग्री-हैकाथॉन में पूरे देश से लगभग 40,000 युवाओं ने हिस्सा लिया. इनमें से 40 को बेस्ट इनोवेशन से सम्मानित किया गया. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार इन इनोवेशन के साथ साझेदारी कर नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता सुधारने पर काम करेगी.
डिजिटल मीडिया सेंटर और नई नीतियां
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने एचपी के साथ मिलकर डिजिटल मीडिया सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की है. अब आगे बढ़ते हुए एक पार्टनरशिप फ्रेमवर्क भी बनाया जा रहा है, जिससे आम नागरिकों को एआई जैसी नई तकनीकों तक आसानी से पहुंच मिल सके.
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इनोवेशन के क्षेत्र में अग्रणी राज्य है. उन्होंने यह भी घोषणा की कि नवी मुंबई में एक इनोवेशन सिटी स्थापित की जाएगी, जो डेटा सेंटर सेक्टर में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करेगी.