दिल्ली के लाल किला के पास ब्लास्ट में 10 लोगों ने जान गंवाई है. इस धमाके में बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले पंकज सहनी की भी मौत हुई है. पंकज सहनी खानपुर प्रखंड के हसनपुर गांव के रहने वाले थे. पंकज की मौत की खबर मिलने पर पूरे गांव में मातम पसर गया है.
15 साल पहले पिता के साथ गया था दिल्ली-
मृतक पंकज के दादा का रो रो कर बुरा हाल है. पंकज की चाची बताती हैं कि पंकज के पिता दिल्ली में रहते थे. पंद्रह साल पहले ही पंकज अपने पिता के साथ दिल्ली में रहकर पढ़ाई करता था. जब वो बड़ा हुआ तो घर की जिम्मेदारी उठाते हुए ओला उबेर चलाने लगा. सुबह जानकारी मिली कि पंकज का मौत दिल्ली में हुए ब्लास्ट में हो गई है. पंकज सहनी का दाह संस्कार दिल्ली में ही होगा. इस घटना से पूरे गांव में मातम छा गया है.
कैब चलाता था पंकज-
गरीबी में जीवन बसर करने वाला परिवार का सदस्य जब कमाने लगा तो इस हादसे ने जवान बेटा को छीन लिया. बता दें कि समस्तीपुर जिले के खानपुर प्रखंड के हसनपुर निवासी राम बालक सहनी पूरे परिवार के साथ 15 साल पहले कमाने के दिल्ली चले गए थे. उस वक्त पंकज काफी छोटा था और दिल्ली में ही पढ़ाई करता था. पंकज जब 22 साल का हुआ, तब पिता के साथ कैब चलाने लगा था.
रिश्तेदार को दिल्ली स्टेशन छोड़ने गया था-
10 नवंबर को वो अपने रिश्तेदार को ओला कैब से पुरानी दिल्ली स्टेशन छोड़ने के लिए निकला था. लेकिन लालकिला के पास पहुंचते ही दिल्ली ब्लास्ट के हादसे का शिकार हो गया.यह खबर समस्तीपुर के खानपुर हसनपुर पहुंचते ही पूरे गांव में मातम छा गया. पंकज के दादा बालेश्वर सहनी बदहवास हो गए और रो रो कर बुरा हाल बन गया है. घर मे चूल्हा नही जला है. दादा के अनुसार पंकज का दाह संस्कार दिल्ली में ही कर दिया जाएगा. कुल मिलाकर देखे तो एक गरीब परिवार अपने पुत्र को इस हादसे में खो दिया है.
ब्लास्ट में 10 लोगों की मौत-
सोमवार की शाम को दिल्ली में लाल किला के पास i20 कार में ब्लास्ट हुआ. जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई. जबकि कई लोग जख्मी हो गए हैं. घायलों का इलाज एलएनजेपी अस्पताल में चल रहा है.
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