दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार की शाम को धमाके में 9 लोगों की मौत हुई है. जबकि 20 लोग जख्मी हुए हैं. इस मामले की जांच एनआईए, एनएसजी और दिल्ली पुलिस की विशेष इकाइयां कर रही हैं. जांच एजेंसियां इस घटना की जांच में जुट गई हैं. जांच एजेंसियों की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक विस्फोट में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था.
सोमवार की शाम दो हुए धमाके के बाद उस जगह मंगलवार की सुबह भी खौफ का माहौल दिख रहा है. पुलिस ने घटना स्थल को सील कर दिया है. इसके अलावा दिल्ली में हाई अलर्ट घोषित किया गया है.
धमाके की जांच में पाया गया है कि जिस हुंडई i10 कार में ब्लास्ट हुई, वह घटना से करीब 3 घंटे तक सुनहरी मस्जिद के पास पार्क थी.
धमाके की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को कई अहम सुराग मिले हैं. इस आधार पर कहा जा सकता है कि ये ब्लास्ट फिदायीन हमला हो सकता है.
धमाके से ठीक पहले सोमवार की सुबह को जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद पुलिस ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन में दो अलग घरों से 1900 किलो आईईडी बनाने वाला केमिकल और हथियार बरामद किया था.
इस हमले में डॉक्टर्स कनेक्शन सामने आ रहा है. इसका मतलब है कि इस धमाके का कोई भी एक तार पकड़ा जाए तो वह किसी न किसी ऐसे शख्स से जुड़ जा रहा है, जो पेशे से डॉक्टर है.
धमाके से पहले के घटनाक्रम में सबसे पहले अनंतनाग में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉ. आदिल अहमद राठार को गिरफ्तार किया. वह अनंतनाग मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर था. उसके लॉकर से पुलिस को एके-47 राइफल मिला था.