NIA Raids in D Company: पाकिस्तान की पनाह में बैठे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम, D कंपनी और उसके गुर्गों पर शिकंजा कसने के लिए एक बड़ा प्लान तैयार किया गया है. सूत्रों के मुताबिक भारत और भारत के बाहर दाऊद इब्राहिम पर शिकंजा कसने के लिए गृह मंत्रालय में जनवरी के अंत में और फरवरी की शुरुआत में बैठक हुई. इस बैठक में NIA, ED, IT, FIU, IB और MHA के अधिकारियों की बड़ी बैठक हुई जिसमें ये निर्णय लिया गया कि दाऊद के जितने भी राजदार हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर एक्शन लिया जाए और फिर शुरू हुई एक्शन की शुरुआत.
सबसे पहले गृह मंत्रालय ने जनवरी के अंत मे NIA को दाऊद से जुड़े सभी मामलों की जांच करने के आदेश दिया जिसमें कहा गया कि NIA अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पर शिकंजा कसे और दूसरी एजेंसियां NIA का सहयोग करेंगी. गृह मंत्रालय ने NIA को अब दाऊद इब्राहिम से जुड़े मामलों की जांच का जिम्मा जनवरी में दे दिया. उसके बाद ने NIA ने दाऊद इब्राहिम, D कंपनी और उससे जुड़े गुर्गों के खिलाफ UAPA के तहत मामला दर्ज किया.
MHA ने जो NIA को आदेश के लिए दिया उसमें कहा कि D कंपनी और दाऊद इब्राहिम भारत में टेरर फंडिंग, नार्को टेरर, ड्रग्स स्मगलिंग और फेक करेंसी (FICN) का व्यापार कर आतंक फैला रहा है. MHA ने आदेश में ये भी कहा कि दाऊद इब्राहिम और इसकी D कंपनी, LeT, JeM और अल कायदा के जरिए भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है.
नवाब मलिक पर कस चुका है शिकंजा
MHA ने जब जनवरी और फरवरी की शुरुआत में अपना आदेश जारी किया तो गृह मंत्रालय के मुताबिक NIA सिर्फ दाऊद इब्राहिम और उसकी D कंपनी के आतंकी गतिविधियों की ही जाँच नहीं करेगा बल्कि अंडरवर्ल्ड डॉन के गुर्गे छोटा शकील, जावेद चिकना, टाइगर मेनन, इकबाल मिर्ची (जो अब मर चुका है), दाऊद की बहन हसीना पारकर (जो अब मर चुकी है) के आतंकी गतिविधियों की जाँच करेगा.
इसी आदेश के बाद ED ने एक बड़ी कार्रवाई की थी जिसमें महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मालिक शामिल हैं. ED ने NIA की FIR को आधार बनाते हुए महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक गिरफ्तारी की. जिस मामले में नवाब मलिक को गिरफ्तार किया गया, वो काफी गंभीर था. ईडी के मुताबिक उस मामले के तार अंडरवर्ल्ड से जुड़ रहे हैं. उन पर जांच में सहयोग ना करने का भी आरोप था.
बता दें कि कुछ समय पहले NIA को ऐसे इनपुट मिले थे कि दाऊद इब्राहिम एक बार फिर पूरे देश में दंगे भड़काने और आतंकी हमलों की साजिश रच रहा है. एनआईए ने FIR में खुलासा करते हुए कहा है कि दाऊद इब्राहिम ने भारत को दहलाने के लिए स्पेशल यूनिट बनाई है. FIR के मुताबिक पाकिस्तान में पनाह लिया हुए दाऊद इब्राहिम ने एक स्पेशल यूनिट बनाई जिसके निशाने पर भारत के नामी लोग, पॉलिटिकल लीडर, नामी बिजनेसमैन समेत कई नामचीन हस्तियां हैं. उसके बाद ताबड़ तोड़ छापे मारे गए.
शनिवार को हुई थी हाई लेवल मीटिंंग
आज यानी सोमवार को मुंबई में हो रही छापेमारी से पहले शनिवार को भी जांच एजेंसियों की बैठक हुई थी. गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया है कि शनिवार को 5 बजे के आसपास उच्चस्तरीय अधिकारियों की एक बैठक हुई जिसमें ये प्लान तैयार किया गया कि दाऊद इब्राहिम और उससे जुड़े हुए राजदारों के यहां छापेमारी करनी है. सूत्रों ने बताया कि बैठक में आईडीएनआईए, इंटेलिजेंस ब्यूरो, इनकम टैक्स, ED और फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट के जुड़े हुए अधिकारी मौजूद थे जिसमें सभी एजेंसियों ने अपने-अपने इनपुट दिए. उसके बाद एनआईए ने छापेमारी का एक बड़ा ऑपरेशन मुंबई में सोमवार सुबह से शुरू किया. NIA करीब दो दर्जन से ज्यादा जगहों पर छापेमारी कर रही है. माना ये जा रहा है कि इस छापेमारी के जरिये NIA दाऊद की D कंपनी और उसके काले कारोबार को ध्वस्त करने के लिए कदम बढ़ा रही है.
सूत्रों की मानें तो NIA की टीम मुंबई (Mumbai) और महाराष्ट्र में दो दर्जन से ज़्यादा ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. जानकारी के मुताबिक यह छापेमारी डॉन दाऊद इब्राहिम के कई सहयोगियों, शार्प शूटर्स और हवाला ऑपरेटरों पर की जा रही है. यह छापेमारी मुंबई के नागपाड़ा, गोरेगाँव, बोरीवली, सांताक्रुज, मुंब्रा और भिंडी बाजार जैसे इलाकों में चल रही है. सूत्रों ने आजतक को यह जानकारी दी है कि एनआईए की इस कार्रवाई के बाद ईडी और कई हवाला कारोबारियों सहित दाऊद के राजदार छोटा शकील के सहयोगी साथ-साथ दाऊद की बहन हसीना पारकर से जुड़े हुए लोगों की संपत्ति जब्त कर सकती है.