बेटे से मिलने की आस खो चुकी मां को 10 साल बाद मिला उसके जिगर का टुकड़ा 

सनी 15 साल पहले ऑस्ट्रेलिया पढ़ने गया था और जब घर वापस आया तो उसकी मानसिक हालत खराब हो गयी. जिसकी वजह से वह अपने परिवार से बिछड़ गया.

मां को 10 साल बाद मिला बेटा
gnttv.com
  • भरतपुर ,
  • 22 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 4:47 PM IST
  • ऑस्ट्रेलिया पढ़ने गया युवक वापस आया तो मानसिक रूप से विकलांग हो गया.
  • 10 साल बाद रविंदर कौर अपने बिछड़े हुए बेटे से मिल सकीं.

आपने ऐसी कई कहानियां सुनी होंगी जहां कोई शख्स अपने किसी खास इंसान को खो देता है और फिर अचानक सालों बाद उससे दोबारा मिलता है. कई फिल्मों और टीवी सीरियल्स में भी देखा होगा कि कोई शख्स अपने परिवारवालों से बिछड़ जाता है और फिर सालों की मेहनत के बाद वो उसे खोज निकालते हैं. ऐसी ही इमोशनल कहानी इन मां-बेटे की भी है. ऑस्ट्रेलिया से पढ़ कर आया एक युवक अपनी मां से बिछड़ गया और 10 साल बाद उनसे मिल सका. 

हरियाणा का रहने वाला सनी पढ़ाई में बहुत होशियार था. वो ऑस्ट्रेलिया पढ़ने गया था और वापस आया तो मानसिक रूप से विकलांग हो गया. जिसके बाद वो अपने परिवारवालों से बिछड़ गया. बेटे के खोने के बाद उसकी मां दर-दर की ठोकर खाती रही और उसे तलाश करती रही. आखिरकार मां को 10 साल बाद अपना बेटा मिला जिसके बाद उसके आंसू रोके नहीं रुके. सनी की मां रविंदर कौर ने बताया, "वो पढ़ाई में बहुत होशियार था और 15 साल पहले ऑस्ट्रेलिया पढ़ने गया था. पढ़ाई पूरी करने के बाद जब वह वापस आया तो मानसिक रूप से विकलांग हो गया था और घर से कहीं चला गया. जिसके बाद हमने कई सालों तक तलाश की मगर ये नहीं मिला. आज सनी मुझे 10 साल बाद मिला है. उसे देख कर मैं अपनी खुशी बयान नहीं कर पा रही हूं. 

10 साल बाद मां से मिला बेटा 

हरियाणा के कैथल की कमल कॉलोनी निवासी युवक सनी 15 साल पहले ऑस्ट्रेलिया पढ़ने गया था और जब घर वापस आया तो उसकी मानसिक हालत खराब हो गयी. जिसकी वजह से वह घर से निकल गया और अपने परिवार से बिछड़ गया. उसके माता-पिता ने उसकी काफी तलाश की मगर वह नहीं मिल सका. लेकिन आज 10 साल बाद अपना घर आश्रम में रविंदर कौर अपने बिछड़े हुए बेटे से मिल सकी और उसे वापस अपने घर ले गई. राजस्थान के भरतपुर में अपना घर आश्रम स्थित है जिसमें दीन दुखियों और असहाय लोगों को रखा जाता है और यहां उनका इलाज भी किया जाता है. 

मां को 10 साल बाद मिला बेटा

ठीक होने के बाद सनी ने बताया घर का पता 

कई साल पहले मानसिक रूप से विकलांग सनी घूमते हुए अपना घर आश्रम को मिला. वह यहां कई सालों से रह रहा था. उधर उसके माता-पिता ने अपने बेटे की मंदिरों और गुरुद्वारों में काफी तलाश की. यहां तक की कई शहरों में भी उसे खोज मगर वो नहीं मिल सका. बेटे के वापस लौटने की उम्मीद में सनी के पिता का भी देहांत हो गया. यहां अपना घर आश्रम में जब सनी ठीक होने लगा तो उसने अपने घर का पता बताया. जिसके बाद अपना घर आश्रम ने संबंधित पुलिस स्टेशन को इस बारे में सूचित किया. जिसके बाद हरियाणा पुलिस ने इसकी सूचना उसके परिजनों को दी और फिर सनी के मां-भाई उसे लेने आए. 

(सुरेश फौजदार की रिपोर्ट)

 

 

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