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Winter Beetroot Gardening Tips: सर्दियों में इस तरह उगा सकते हैं घर पर बीटरूट, कम मेहनत में मिलेगी बंपर पैदावार

gnttv.com
  • 18 नवंबर 2025,
  • Updated 3:04 PM IST
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घर पर बीटरूट उगाना बहुत आसान है. इसमें ज्यादा मेहनत भी नहीं लगती है और कम समय के साथ, कम खर्चे में उग भी जाती हैं. बीटरूट आपकी स्किन और किडनी को हेल्दी रखते हैं. बीटरूट का पौधा देखने में भी खूबसूरत होता है, जो आपके बालकनी या टैरेस गार्डन की खूबसूरती बढ़ाता है.

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सबसे पहले आपको बीज खरीद कर उसको रात भर के लिए पानी में डाल कर छोड़ देना है. जिससे बीज थोड़े नरम हो जाते हैं. ऐसा करने से पौधे को मिट्टी से बाहर आने में मदद मिलती है.

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जब बीज तैयार हो जाए तब कोई पुरानी बाल्टी या ड्रम में अच्छी मिट्टी या कोकोपीट को भर लीजिए लेकिन ध्यान रहे कि ड्रम का ऊपरी 4-6 इंच हिस्सा खाली हो. ऐसा करने से पानी को ठहरने की जगह मिलती है.

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अब जब गमला तैयार है तो, उसमें से थोड़ी मिट्टी हटा कर बीज को दबा दीजिए. याद से बीज के ऊपर की मिट्टी हल्की होनी चाहिए ताकि पौधे को निकलने में आसानी हो और पौधा जल्दी बाहर आ सके.

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अब केयर करने का समय है- गमले या ड्रम को ऐसी जगह रखें जहां उसे 6-7 घंटे की धूप मिल सके. धूप पौधे की सेहत के लिए जरूरी है वरना जड़ों में फल आने से पहले ही वह गल या खराब हो सकता है.

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पानी की मात्रा का ख्याल रखना भी जरूरी है, नहीं तो ज्यादा पानी देने से जड़ गल सकता है. कोशिश करें कि जब ऊपरी मिट्टी सूखे तभी पानी दें. पानी केवल सुबह के वक्त दें, नहीं तो रात में ज्यादा नमी रहती है जो पौधे के हेल्थ के लिए ठीक नहीं है.

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हर 15 दिन में ऑर्गेनिक खाद और नीम-हल्दी के पानी का छिड़काव जरूरी है. ऐसा करने से पौधे को पोषण मिलता है और कीड़ों से छुटकारा.

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टाइम-टाइम पर मिट्टी से घास और पत्तों से मिट्टी हटाते रहें- मिट्टी से घास हटाना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि घास मिट्टी के सारे पोषण तत्वों को खुद में खींच ले जाती है और पौधा कमजोर हो जाता है. इससे फल का आकार घट सकता है. वहीं ठंड में पत्तों पर भी मिट्टी जम जाती है, दरअसल पत्ते सूर्य की रोशनी में खाना बनाते है. मिट्टी जमने से सूर्य की किरणें पत्तों तक नहीं पहुंचती और पौधे का पोषण रुक जाता है.

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यह सब करने में आपको हर दिन ज्यादा से ज्यादा 2-3 मिनट लगेगा. आप चाहे तो किसी से फोन पर बात करते-करते या गाना सुनते-सुनते भी पौधों का ध्यान रख सकते हैं. 2 महीनों में तैयार है सेहत के लाभ से भरपूर लाल-लाल चुकंदर. आप चाहें तो फिर इसको सलाद में खाएं या हलवा बनाकर. हर तरह से यह सेहत के लिए फायदेमंद है.

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