रूस की राजधानी मॉस्को में आयोजित भारत उत्सव 2025 में भारतीय रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने अपनी कला से एक बार फिर सबको दिवाना बना दिया. इस कार्यक्रम में सुदर्शन ने अपनी कला के जरिए लोगों का ध्यान अपनी और आकर्षित किया. बड़ी संख्या में लोग इस कला को देखने पहुंचे और अपने-अपने मोबाइल फ़ोन में इसकी तस्वीरें खींचते नजर आए.
सुदर्शन पटनायक की रेत कला
सुदर्शन पटनायक ने मॉस्को में रेत से बनाई अपनी खूबसूरत कलाकृति से लोगों का दिल जीत लिया. यह वही शहर है जहां सुदर्शन पटनायक ने साल 2016 में नौवीं मॉस्को रेत मूर्तिकला चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था. इस बार भी उन्होंने अपनी कला से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया.
गरीबी में पले-बढ़े
ओडिशा के सुदर्शन पट्टनायक का बचपन गरीबी में बीता. उन्हें पढ़ाई छोड़कर काम करना पड़ा. लेकिन आज वह विश्व प्रसिद्ध रेत कलाकार हैं. उनकी कला सिर्फ सुंदरता नहीं, बल्कि सामाजिक और पर्यावरणीय संदेश भी देती है. अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उनकी रचनाएं देश का गौरव बढ़ाती हैं, और वह रेत कला के प्रोफेशनलिज़्म एवं शिक्षा के रास्ते खोल रहे हैं.
शिक्षा में योगदान
मिले हैं कई अवॉर्ड्स
सुदर्शन पट्टनायक को अपनी कला के लिए कई अवॉर्ड्स मिल चुके हैं.