ऑफबीट

Surya Namaskar: फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ मेंटल हेल्थ तक.... जानिए हर रोज सुबह सूर्य नमस्कार करने के फायदे

gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 21 मई 2025,
  • Updated 12:54 PM IST
1/7

योग में सूर्य नमस्कार (Sun Salutation) 12 योगासन का एक क्रमबद्ध संयोजन है. यह एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसे करने में आपके पूरे शरीर की कसरत हो जाती है, खासकर जब आप अपनी क्षमता के हिसाब से सूर्य नमस्कार के कई राउंड्स करते हैं. वैसे तो आप सूर्य नमस्कार किसी भी समय कर सकते हैं, लेकिन इसे सुबह-सुबह, विशेष रूप से सूर्योदय के समय करने से यह ज्यादा फायदेमंद होता है. दिन की शुरुआत करने का यह एक बेहद शक्तिशाली और सकारात्मक तरीका माना जाता है. 

2/7

एनर्जी में बढ़ोतरी 
सुबह-सुबह, खासकर ब्रह्म मुहूर्त (सूर्योदय से लगभग डेढ़ घंटे पहले) के दौरान सूर्य नमस्कार करने से शरीर को धीरे-धीरे और प्राकृतिक रूप से जाग्रत किया जा सकता है. यह अभ्यास आपके मांसपेशियों, अंगों और शरीर की संपूर्ण प्रणाली को सक्रिय करता है, वह भी बिना किसी कैफीन के. इससे मानसिक स्पष्टता, फोकस और अलर्टनेस बढ़ती है, और दिन की शुरुआत पॉजिटिव एनर्जी के साथ होती है.

3/7

बॉडी क्लॉक होगी रेगुलेट
सुबह की ताज़ी हवा और उगते सूरज की रोशनी आपके शरीर की बायोलॉजिकल  क्लॉक को रेगुलेट करती है, जिससे नींद की गुणवत्ता और पूरे दिन का मूड बेहतर होता है. अगर आप ब्रह्म मुहूर्त में नहीं कर सकते, तो जागने के तुरंत बाद, अधिकतम सुबह 6-7 बजे के बीच करें. ध्यान रखें कि जिस जगह पर आप सूर्य नमस्कार करें, वहां प्राकृतिक रोशनी जरूर हो. 

4/7

बढ़ेगी फ्लेक्सिबिलिटी
सूर्य नमस्कार के 12 आसनों में शरीर की लगभग सभी मांसपेशियों और जोड़ों पर खिंचाव पड़ता है. नियमित अभ्यास करने से रीढ़ की हड्डी की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है और हाथों, पैरों, पीठ और पेट की मसल्स टोन होती हैं. सुबह के समय ये स्ट्रेच करने से शरीर नींद के बाद गर्म हो जाता है, जिससे अकड़न कम होती है और चोट लगने का खतरा घटता है. 

5/7

बढ़ेगी फुर्ती 
इसे रेगुलर करने से पुराने दर्द में राहत मिलती है और आपको ज्यादा फुर्तीला और चुस्त-दुरुस्त बना सकता है. बेहतर लचीलापन आपकी मुद्रा को सुधारता है और बैठे-बैठे काम करने वालों को मांसपेशियों में ऐंठन या जोड़ों के दर्द से भी राहत देता है. सूर्य नमस्कार केवल एक आसन नहीं, बल्कि एक पूरा व्यायाम है जो ब्लड सर्कुलेशन और ऑक्सीजन की आपूर्ति को बेहतर बनाता है. यह दिल, फेफड़े और पाचन तंत्र को सक्रिय करता है, जिससे हृदय और चयापचय (मेटाबॉलिज़्म) स्वास्थ्य में सुधार होता है. जब आपकी सांस की रिदम बॉडी मूवमेंट्स से जुड़ती है तो फेफड़ों की क्षमता बेहतर होती है और मेटाबॉलिज़्म तेज होता है. 

6/7

वजन घटाने में फायदेमंद 
इससे वजन घटाने में भी मदद मिल सकती है. सुबह का समय, जब आप उपवास की स्थिति में होते हैं, फैट बर्न के लिए सबसे उपयुक्त होता है. नियमित अभ्यास से ब्लड प्रेशर, पाचन और डायबिटीज व हार्ट संबंधित बीमारियों के रिस्क में कमी आती है.
 

7/7

मेंटल हेल्थ होगी बेहतर
दिन की शुरुआत सूर्य नमस्कार से करने पर मन शांत होता है और मानसिक तनाव घटता है, जो आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में बहुत ज़रूरी है. श्वास और गति की समन्वित प्रक्रिया विचारों की ओवरथिंकिंग को शांत करती है और शरीर में जमे हुए तनाव को मुक्त करती है. यह अभ्यास मूड को बेहतर बनाता है, चिंता कम करता है और भावनात्मक संतुलन बनाने में मदद करता है. सुबह का शांत वातावरण इस शांति को और भी गहराई देता है. साथ ही, उगते सूरज से जुड़ाव ‘नए आरंभ’ का प्रतीक बनता है, जो आशा और सकारात्मकता से भर देता है.