क्या आपने सुना है कि जापान की मशहूर मंगा आर्टिस्ट रयो तत्सुकी (Ryo Tatsuki) की एक भविष्यवाणी ने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा दिया है? उनकी किताब द फ्यूचर आई सॉ में की गई भविष्यवाणी के मुताबिक, जुलाई 2025 में जापान और आसपास के देशों में एक भयानक प्राकृतिक आपदा आने वाली है. यह खबर इतनी वायरल हो चुकी है कि पर्यटक डर के मारे जापान की अपनी यात्राएं रद्द कर रहे हैं.
जापान की “नई बाबा वेंगा” की भविष्यवाणी
रयो तत्सुकी को जापान की “नई बाबा वेंगा” कहा जा रहा है. बुल्गारिया की मशहूर भविष्यवक्ता बाबा वेंगा की तरह, रयो भी अपने सपनों के आधार पर भविष्य की घटनाओं की भविष्यवाणी करती हैं. उनकी 1999 में प्रकाशित किताब द फ्यूचर आई सॉ में कई ऐसी भविष्यवाणियां थीं, जो सच साबित हुईं. मसलन, 2011 में जापान के तोहोकु क्षेत्र में आए 9.0 तीव्रता के भूकंप और सुनामी की भविष्यवाणी, 1995 का कोबे भूकंप, और मशहूर सिंगर फ्रेडी मर्करी और प्रिंसेस डायना की मृत्यु की भविष्यवाणियां. इन सटीक भविष्यवाणियों ने रयो को एशिया में एक मशहूर हस्ती बना दिया. उनकी किताब ने अब तक 9 लाख से ज्यादा कॉपी बेची हैं और यह चीनी भाषा में भी प्रकाशित हो चुकी है.
जुलाई 2025 की भयानक भविष्यवाणी
2021 में रयो ने अपनी किताब का संशोधित संस्करण द फ्यूचर आई सॉ: कम्प्लीट एडिशन प्रकाशित किया, जिसमें उन्होंने जुलाई 2025 में एक भयावह आपदा की चेतावनी दी. उनके मुताबिक, 5 जुलाई 2025 को जापान और फिलीपींस के बीच समुद्र के तल में एक विशाल दरार बनेगी, जिससे 2011 की सुनामी से तीन गुना बड़ी लहरें उठेंगी. रयो ने अपने सपने में देखा कि जापान के दक्षिण में प्रशांत महासागर “उबल रहा है” और बड़े-बड़े बुलबुले उठ रहे हैं. कुछ लोग इसे समुद्र के नीचे ज्वालामुखी विस्फोट या भूकंप का संकेत मानते हैं.
इस भविष्यवाणी में एक “डायमंड-आकार” का क्षेत्र शामिल है, जो जापान, इंडोनेशिया, ताइवान और उत्तरी मारियाना द्वीपों को जोड़ता है. यह क्षेत्र भूगर्भीय रूप से बेहद सक्रिय है, जो “रिंग ऑफ फायर” के नाम से जाना जाता है. रयो ने अपने सपने में दो ड्रैगन जैसे आकार देखे, जो इस आपदा के केंद्र की ओर बढ़ रहे थे. बाद में, गूगल अर्थ पर समुद्र तल की जांच करने पर उन्हें हवाई द्वीपों के पास ड्रैगन जैसे आकार दिखे, जिसने उनकी भविष्यवाणी को और रहस्यमयी बना दिया.
पर्यटन उद्योग पर संकट
इस भविष्यवाणी का असर जापान के पर्यटन उद्योग पर साफ दिख रहा है. हॉन्गकॉन्ग की ट्रैवल एजेंसी WWPKG के मैनेजिंग डायरेक्टर सीएन यूएन ने बताया कि ईस्टर छुट्टियों के दौरान जापान की बुकिंग्स 50% तक गिर गईं. खास तौर पर चीन और हॉन्गकॉन्ग के पर्यटक, जो जापान के लिए दूसरा और चौथा सबसे बड़ा बाजार हैं, डर के मारे अपनी यात्राएं रद्द कर रहे हैं. 2025 के पहले तीन महीनों में जापान में 1.05 करोड़ पर्यटक आए, लेकिन अब जुलाई के लिए बुकिंग्स में भारी कमी देखी जा रही है.
चीन के दूतावास ने अप्रैल 2025 में अपने नागरिकों को जापान में प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी, जिसने इस डर को और बढ़ा दिया. हाल के भूकंपीय गतिविधियों और ज्वालामुखी अलर्ट ने भी पर्यटकों की चिंता को हवा दी है.
जापानी अधिकारियों और विशेषज्ञों का जवाब
जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने साफ किया है कि जुलाई 2025 के लिए कोई विशेष चेतावनी जारी नहीं की गई है. एजेंसी ने कहा कि जापान की निगरानी और प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली पूरी तरह सक्रिय है. टोक्यो विश्वविद्यालय के आपदा शमन इंजीनियरिंग के प्रोफेसर किमिरो मेगुरो ने कहा, “चार साल पहले प्रकाशित एक मंगा के आधार पर भूकंप की भविष्यवाणी करना वैज्ञानिक नहीं है.” मियागी प्रान्त के गवर्नर योशिहिरो मुराई ने भी इसे “अवैज्ञानिक” करार देते हुए कहा कि इससे पर्यटन पर बुरा असर पड़ रहा है.
सोशल मीडिया पर हंगामा
सोशल मीडिया पर #July2025Prediction हैशटैग के साथ चर्चा जोरों पर है. कुछ लोग इस भविष्यवाणी को गंभीरता से ले रहे हैं और आपातकालीन किट तैयार कर रहे हैं, जबकि अन्य इसे महज संयोग मानते हैं. एक यूजर ने मजाक में कहा, “रयो का डायरी असली डेथ नोट है!” कुछ ने उनकी किताब को “मंगा का सिम्पसन्स” तक कह डाला. लेकिन कई लोग रयो की सटीक भविष्यवाणियों से प्रभावित हैं और इसे नजरअंदाज करने से डर रहे हैं.
रयो ने हाल ही में जापानी अखबार मैनिची शिम्बुन को बताया कि वह इस बात से खुश हैं कि उनकी किताब ने लोगों को आपदा के लिए तैयार होने के लिए प्रेरित किया. हालांकि, उन्होंने सलाह दी कि लोग उनके सपनों से “अधिक प्रभावित” न हों और विशेषज्ञों की राय के आधार पर कार्रवाई करें.
हालांकि, रयो की भविष्यवाणियों को लेकर वैज्ञानिक समुदाय संशय में है. उनके कुछ अनुमान सटीक रहे, लेकिन कई अन्य तारीखें जैसे 1991 से 1999 तक की भविष्यवाणियां सच नहीं हुईं. विशेषज्ञों का कहना है कि जापान की भौगोलिक स्थिति इसे भूकंप और सुनामी के लिए संवेदनशील बनाती है, लेकिन रयो की भविष्यवाणी को वैज्ञानिक आधार नहीं माना जा सकता. फिर भी, उनके कुछ लोग उनकी किताब को एक चेतावनी के रूप में देखते हैं.