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Kaushambi: एक गांव, एक दिन, 60 जन्म प्रमाणपत्र! पूर्व सचिव के मोबाइल पर मैसेज से मचा हड़कंप

उत्तर प्रदेश के कौशांबी में फाजिलपुर गोपालपुर नाम का एक गांव है. इस गांव में 2 साल पहले एक सचिव तैनात थे. अचानक उनके मोबाइल पर एक दिन में 60 लोगों के जन्म प्रमाण पत्र बनने का मैसेज आया. फौरन पूर्व सचिव ने इसकी जानकारी आला अफसरों की दी. इसके बाद एफआईआर दर्ज कराने को कहा गया है.

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उत्तर प्रदेश के कौशांबी में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. एक गांव में एक दिन में ही 60 से ज्यादा लोगों का जन्म प्रमाणपत्र बना है. जैसे ही ढाई साल पहले तैनात रहे सेक्रेटरी के पास धड़ाधड़ मैसेज आए तो उनके होश उड़ गए. यह सब कैसे हुआ? क्यों वह खुद हैरान रह गए? ब्लॉक में रिकार्ड भी खंगाला गया, लेकिन कोई पेपर हाथ नहीं लगा. जब सेक्रेटरी ने उच्च अधिकारियों को इसी जानकारी दी तो हड़कंप मच गया.

एक दिन में 60 जन्म प्रमाणपत्र-
ये मामला सिराथू ब्लॉक के फाजिलपुर गोपालपुर गांव का है, जहां ढाई साल पहले लक्ष्मी नारायण मौर्य पंचायत सचिव के पद पर तैनात थे. अब वह मंझनपुर ब्लॉक में तैनात है. वर्तमान में जितेंद्र प्रकाश त्रिपाठी सचिव हैं. रविवार की रात करीब 9 बजे पूर्व सचिव लक्ष्मी नारायण के मोबाइल पर 60 से ज्यादा जन्म प्रमाण पत्र जारी होने के मैसेज आए. यह मैसेज सीआरएस ओआरजीआई पोर्टल से आए हैं. यह मैसेज फाजिलपुर गोपालपुर गांव के 60 से ज्यादा लोगों का जन्म प्रमाण पत्र बनने का था. इनमें गांव के संजय कुमार, अमन कुमार, नूरजहां, शोएब, राजा, आर्यन कुशवाहा, साधना देवी, ऋषभ, रितिक, मेवालाल, मो. रेहान, सावित्री देवी आदि लोग हैं.

हैरान रह गए अधिकारी-
मैसेज आने के बाद सोमवार को पूर्व सचिव ने ब्लॉक से पता किया तो मालूम हुआ कि ऐसा कोई रिकार्ड नहीं है. वर्तमान सचिव जितेंद्र प्रकाश त्रिपाठी से पूर्व सचिव ने बात की तो वह भी हैरान रह गए. उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत स्तर से ऐसा कोई आवेदन ही नहीं हुआ है, न ही इसका कोई रिकार्ड है. इसकी जानकारी होते ही ब्लॉक में खलबली मच गई. एक ही गांव में एक दिन में 60 से ज्यादा लोगों को जन्म प्रमाणपत्र कैसे जारी हुआ. इसको लेकर अब अधिकारी भी हैरान हैं.

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क्या है पूरा मामला-
पूर्व में तैनात सेक्रेटरी लक्ष्मी नारायण मौर्य ने बताया कि 18 तारीख को रात में 35 से 40 मैसेज जन्म प्रणाम पत्र को लेकर आए. अगले दिन भी 15 से 16 मैसेज आए. ये मैसेज ग्राम पंचायत फाजिलपुर गोपालपुर गांव से थे. जबकि मेरी नियुक्ति वहां पर नहीं है. मैंने ग्राम प्रधान से संपर्क भी किया कि आप के यह का कोई व्यक्ति है, तो ग्राम प्रधान ने बताया कि एक-दो लोग मिल जाएंगे, बाकी हमारे यहां के लोग नहीं हैं. मैने अपने उच्च अधिकारी को लिखित रूप से एडीओ पंचायत को दे दिया है. सिराथू एडीओ पंचायत को फारवर्ड कर दिया है. जितेंद त्रिपाठी प्रजेंट में नियुक्त हैं, जो इस समय सस्पेंड चल रहे हैं, उनको भी बताया है, उन्होंने बताया कि अपने पोर्टल पर कोई जन्म प्रणामपत्र जारी नहीं हुआ है. मैसेज कहां से आ रहा है? ओटीपी भी आया था मेरे पास, लेकिन हमने शेयर नहीं किया. लेकिन लगातार मैसेज आता जा रहा है.

क्या हो रही है कार्रवाई?
जिला पंचायत राज अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि हमको भी मीडिया के माध्यम से जानकारी हुई थी कि ये मामला सिराथु ब्लॉक के खाजीपुर गोपालपुर का है, यहां ढाई साल पहले एक सचिव थे, उनके मोबाइल पर जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र का एक मैसेज आ रहा है.  इस संबंध में हमने सचिव से भी बात किया है. वर्तमान में सचिव जितेंद्र मिश्र हैं, जो जन्म-मृत्यु का रजिस्टार हैं. इन्हीं का मोबाइल नम्बर पंजीकृत है. लेकिन इनके मोबाइल पर कोई ओटीपी और मैसेज नहीं आ रहा है.पहली नजर में पुराने सचिव का मोबाइल हैक होने का मामला लग रहा है. हमने सचिव को कहा है कि पहले साइबर सेल में जा कर एफआईआर दर्ज कराएं.

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