Siddharthnagar: किसान के खाते में आई 10 लाख करोड़ से ज्यादा की रकम, बैंक ने फ्रीज किया अकाउंट

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर के एक किसान के बैंक अकाउंट में बहुत बड़ी रकम आ गई. 37 डिजिट वाला रकम खाते में आने से किसान हैरान हो गया. उसे समझ नहीं आया कि क्या करे. उसने आसपास के लोगों के बताया. इसके बाद उनके सुझाव से किसान ने बैंक को इसकी जानकारी दी. किसान के खाते में 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम आई.

Vinay Pandey
gnttv.com
  • सिद्धार्थनगर,
  • 07 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 12:50 PM IST

उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यंहा के रहने वाले विनय पांडे के बचत खाते में अरबों रूपये की रकम अचानक आ गई. यह इतनी बड़ी रकम है कि विनय पांडेय इसकी गिनती भी नहीं कर पाए रहे थे. फिलहाल बैंक ने खाते को फ्रीज कर दिया है.

सोनीपत में खुलवाया था खाता-
विनय पांडे सिद्धार्थनगर जिले के तेतरी बुजुर्ग गांव के रहने वाले हैं और पहले सोनीपत में एक कंपनी में काम करते थे. वहीं, उन्होंने सोनीपत में स्थित महिंद्रा कोटक बैंक में अपना खाता खुलवाया था. कुछ महीने पहले वह अपनी प्राइवेट नौकरी छोड़कर वापस गांव आ गए और यहीं रुक गए. वापस वह काम के सिलसिले में कहीं और नहीं गए. यही खेती किसानी करने लगे. 

खाते में अरबों रुपए होने का आया मैसेज-
चार दिनों पहले अचानक उनके खाते में सैकड़ों अरब रुपए क्रेडिट होने का मैसेज उनके मोबाइल पर आया. 37 अंको की रकम क्रेडिट होने के मैसेज को देख विनय अचरज में पड़ गये. इतनी बड़ी रकम की वह गिनती भी नहीं कर पा रहे थे. फिर उन्होंने इसकी जानकारी अपने आसपास के लोगों को दी. लोगों ने उन्हें सलाह दी कि यह जानकारी भारत सरकार और अपने बैंक को दो. इसके बाद उसने मीडिया के जरिए सरकार से आग्रह किया कि मेरे खाते में आई धनराशि को जनकल्याणकारी योजनाओं में लगा दिया जाए. अगर कुछ इनाम के रूप में मुझे धनराशि दी जाएगी, तो मैं उसी में संतुष्ट हो जाऊंगा. फिलहाल यह जानकारी फैलते ही बैंक ने उसके खाते को फ्रीज कर दिया है. 

मैं गांव में खेती-किसानी करता हूं- विनय
विनय कुमार ने बताया कि मैं तेतरी बुजुर्ग गांव का रहने वाला हूं. हमारा खाता चंडीगढ़ का है. मैं वहां काम करता था. वहां पर डेन ब्लॉक करके कंपनी है. मेरा वहीं खाता है, मेरा खाता सोनीपत में खोला गया था. और मैं वहां काम करता था. विगत कुछ वर्षों से मैं गांव चला आया हूं और और कहीं गया नहीं, मैं यही रहता हूं. खेती किसानी करता हूँ. फिलहाल यही घर पर हूँ. मेरे खाते में इतना अमाउंट आया तो मैं चौंक गया. यह बात मैंने किसी को बताई तो उसने कहा कि आप लोग सूचित कर दें किसी को. तुम्हें सरकार को सूचित कर देना चाहिए कि यह पैसा कल्याण योजनाओं में लगे और जो खुशी से मुझे इनाम दे दिया जाएगा. उसी में मैं संतुष्ट हूँ. जब उससे पूछा गया कि कितने डिजिट में यह रकम होगी तो उसने कहा कि मैं गिन ही नहीं पा रहा हूं, तो मैं क्या बताऊं.

(अनिल कुमार तिवारी की रिपोर्ट)

ये भी पढ़ें:

 

Read more!

RECOMMENDED