आर्किटेक्ट का नायाब नमूना है ताज महल, चारों मीनारों के झुके होने का ये है अहम कारण 

मुगल आर्किटेक्ट में एक ये भी कारण दिया जाता है कि किसी भी इमारत को खास बनाने के लिए इस तरह की मिनारों को 4 कोने में स्थापित किया जाता है. ताकि इससे पता लग सके कि बीच की इमारत सबसे खास है.

Taj Mahal
वरुण सिन्हा
  • आगरा,
  • 10 मई 2022,
  • अपडेटेड 12:09 AM IST
  • बेहतरीन आर्किटेक्ट का नमूना है ताज
  • जिस दिशा से देखिए मीनार एक दूसरे के बराबर दिखेंगी

ताज महल को देखते ही सबसे पहले जो ख्याल मन में आता है वह यही है कि आखिर इसे बनाया कैसे गया होगा? 7 अजूबों में से एक ताजमहल की बनावट ही इसको सबसे अलग और सबसे बेहतर बनाती है. ताज की इन चार मीनारों को अगर आप दूर से देखेंगे तो ये आपको थोड़ा जमीन की तरफ झुकी नजर आएंगी. लेकिन इसका कारण क्या है? 

क्यों झुकी हैं ताज महल की मीनारें?

असल में 130 फीट ऊंचाई के 4 स्तंभ ताजमहल के मुख्य गुंबद को घेरे हुए हैं. ये सतह से 90 डिग्री पर नहीं खड़े हैं बल्कि बाहर की तरफ झुके हुए हैं. इसका कारण है कि अगर कभी भूकंप आता है तो ये कब्र से दूर गिरेंगी. और कब्र को कोई नुकसान होगा. 

बेहतरीन आर्किटेक्ट का नमूना है ताज

ताज महल के निर्माण के समय ये सोचा गया था कि हजारों सालों तक ये इमारत यूंही अपनी कहानी सुनाती रहे. मुगल बादशाह शाहजहां खुद एक कुशल आर्किटेक्ट था, इसलिए उसने ताजमहल के बाहर 4 खंभों को बहुत ही समझदारी से बनवाया. उसकी बनवाई इमारतों में इस बात का खास ख्याल रखा गया कि पहले की इमारतों के मुकाबले ये बिलकुल अलग और नायब हो.

इसके अलावा, ताज महल के इन चार खंभों या मीनारों को बनाने के पीछे मुगल आर्किटेक्ट में एक ये भी कारण दिया जाता है कि किसी भी इमारत को खास बनाने के लिए इस तरह की मिनारों को 4 कोने में स्थापित किया जाता है. ताकि इससे पता लग सके कि बीच की इमारत सबसे खास है.

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