Goldfish on your office: हममें से कई लोग होते हैं जिन्हें घर या ऑफिस में मछली पालना बेहद पसंद होता है. हालांकि, ऑफिस डेस्क पर रखी छोटी सी गोल्डफिश देखने में भले ही सुकून देने वाली लगे, लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक यह मछली के लिए बिल्कुल भी सही नहीं है. आमतौर पर लोगों को लगता है कि गोल्डफिश एक 'लो-मेंटेनेंस' यानी कम देखभाल वाला पालतू जानवर है, लेकिन सच्चाई इससे उल्टा है. पालतू जानवरों के स्वास्थ्य से जुड़े इस अहम मुद्दे पर डीसीसी एनिमल हॉस्पिटल के सीईओ और डायरेक्टर डॉ. विनोद शर्मा ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि गोल्डफिश को कटोरे या छोटे टैंक में रखना उसके साथ क्रूरता के बराबर है. चलिए आपको बताते हैं पूरी बात क्या है.
सही देखभाल मिलने पर गोल्डफिश 10 से 20 साल या उससे भी ज्यादा जी सकती है. यह मछली काफी गंदगी (वेस्ट) पैदा करती है और इसे एक साफ और नियंत्रित वातावरण की जरूरत होती है. ऑफिस जैसे जगहों में इसे रखना बेहद मुश्किल हो सकता है.
क्यों नहीं रखना चाहिए ऑफिस में गोल्डफिश
ऑफिस में कई ऐसे जोखिम होते हैं जो गोल्डफिश के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं. जैसे- वीकेंड और छुट्टियों में कोई देखरेख न होना, तापमान में अचानक बदलाव, शोर, कंपन और बिजली का चले जाना. इन सब कारणों से मछली तनाव में आ जाती है और उसकी उम्र बहुत कम हो जाती है. वहीं गोल्डफिश को कटोरे में रखना पशु क्रूरता है.
छोटे बाउल या डेस्क टैंक में अमोनिया तेजी से बढ़ता है, ऑक्सीजन की कमी हो जाती है और पानी का तापमान स्थिर नहीं रहता. जगह कम होने से मछली ठीक से तैर भी नहीं पाती. ऐसे माहौल में रखी गोल्डफिश अक्सर कुछ हफ्तों या महीनों में ही मर जाती है, जबकि सही व्यवस्था में वह दशकों तक जीवित रह सकती है.
गोल्डफिश के लिए सही सेटअप
खाना और सफाई भी है बेहद जरूरी
गोल्डफिश को दिन में 2–3 बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खाना देना चाहिए, जितना वह दो मिनट में खा सके. अच्छी क्वालिटी के पेलेट्स या फ्लेक्स के साथ उबली मटर जैसी सब्जियां भी दी जा सकती हैं.
हर हफ्ते 25–50% पानी बदलना और हफ्ते में पानी की क्वालिटी टेस्ट करना बेहद जरूरी है.
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