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अक्सर होता है कि प्यार के रिश्ते रिलेशनशिप में रहने वाले लोगों में एक म्यूचुअल अनडरस्टेंडिंग बन जाती है. जिस दौरान वह रिलेशनशिप में रहते हैं, उस समय वह काफी हद तक एक दूसरे को समझते हैं, एक दूसरे की आदतों से रू-ब-रू होते हैं. ऐसे में शादी के बाद उन दोनों के बीच विवाद पैदा होने की संभावना काफी हद तक कम हो सकती है. लेकिन पुणे से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल यहां एक शादी हुई, जिसके केवल 24 घंटे बाद ही कपल ने अलग-अलग होने का फैसला ले लिया.
यह फैसला किसी प्रताड़ना, दहेज की मांग, मारपीट को लेकर भी नहीं लिया गया. इस फैसले की बुनियाद थी कि दोनों की विचारधारा एक-दूसरे से नहीं मिली. मामले में हैरत की बात एक और है कि दोनों शादी से पहले करीब 3 साल तक रिलेशनशिप में रहे हैं. अब सुनने में बड़ा अटपटा लग रहा है कि 3 साल का रिलेशनशिप में दोनों एक-दूसरे के साथ कैसे रहे, जब उनकी विचारधारा में फर्क शादी के केवल 24 घंटे में ही आ गया. इस विचारधारा में फर्क के चलते दोनों ने डायवोर्स जैसा कदम नहीं लिया. बल्कि सीधा अदालत का दरवाज़ा खटखटाया कि हमें एक-दूसरे के साथ नहीं रहना, और आराम से दोनों को उनके फैसले पर अमल करने की इजाज़त भी दे दी गई.
क्या है मामला?
दरअसल एडवोकेट रानी सोनावाने के मुताबिक, दोनों ने शादी के अगले ही दिन से अलग रहना शुरू कर दिया था. मामले में ट्विस्ट ये है कि यह एक लव मैरिज थी, और दोनों एक-दूसरे के साथ 2-3 से रिलेशनशिप में थे, और शादी करने का इंतेजार कर रहे थे. जानकारी के मुताबिक, शादी के बाद युवक ने महिला को बताया कि वह शिप पर काम करता है और कब और कहां पोस्टिड वो भी कितने समय के लिए पता नहीं. इस बात को लेकर महिला को आपत्ति हुई, जिसके बाद उसने अलग होने का फैसला किया.
पेशे से महिला डॉक्टर है और पुरुष इंजीनियर, लेकिन इस बात को समझ पाना काफी मुश्किल है कि इतने साल के रिलेशनशिप में महिला को पुरुष के काम के बारे में कैसे नहीं पता चल पाया. कैसे उन दोनों के बीच की अंडरस्टैंडिंग नहीं रिलेशनशिप के दौरान बनी, लेकिन शादी के 24 घंटे के अंदर टूट गई.
- ओमकार वाबले की रिपोर्ट