गुरुद्वारा के कड़े प्रसाद की बात ही कुछ और होती है. यह न केवल स्वाद में शानदार होता है, बल्कि इसे बनाने में सेवा भाव और सही तकनीक का भी विशेष महत्व होता है. लेकिन जब बात कड़ा प्रसाद बनाने की बात आती है तो, घी की जगह लोगों का पसीना छूट जाता है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं इसको बनाने का आसान तरीका.
कड़ा प्रसाद है सामग्री और अनुपात का मिलन
कड़ा प्रसाद बनाने के लिए मुख्य सामग्री में आटा, चीनी और देसी घी शामिल हैं. इनका अनुपात 1:1:1 होना चाहिए. यानी अगर आप एक कप आटा ले रहे हैं, तो एक कप चीनी और एक कप घी का इस्तेमाल करें. पानी की मात्रा आटे से दोगुने होनी चाहिए. उदाहरण के लिए, दो कप आटे के लिए चार कप पानी की जरूरत होगी.
सही तकनीक से पकाने का महत्व
कड़ा प्रसाद को बनाने में सही तकनीक का पालन करना बेहद जरूरी है. सबसे पहले एक भारी तली वाली कढ़ाई लें ताकि गर्मी समान रूप से फैले. घी को पिघलाने के बाद उसमें आटा डालें और मीडियम से लो फ्लेम पर लगातार चलाते हुए भूनें. आटे का रंग धीरे-धीरे बदलता है और उसमें से बुलबुले निकलने लगते हैं, जो यह संकेत देते हैं कि आटे में मौजूद नमी खत्म हो रही है.
सेवा भाव और शांत मन से पकाने का महत्व
कड़ा प्रसाद को बनाते समय मन में सेवा भाव और शांत मन का होना बेहद जरूरी है. शांत दिल से और सेवा भाव से बनाया गया प्रसाद ही सबसे स्वादिष्ट होता है. कड़ा प्रसाद को धीमी आंच पर लंबे समय तक पकाया जाता है, जिससे उसका स्वाद और टेक्सचर बेहतर होता है.
गुरुद्वारा जैसा स्वाद पाने के टिप्स
प्रसाद को सही तरीके से पकाने के लिए, आटे को भूनने के बाद उसमें पानी डालें और फिर चीनी मिलाएं. इसे धीमी आंच पर पकाते रहें जब तक कि घी अलग न हो जाए. कड़ा प्रसाद की खास बात है कि इसमें घी हाथ से टपकता है.