गणेश उत्सव मनाने को लेकर भक्तों में उत्साह है. 27 अगस्त 2025 दिन बुधवार को गणेश चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा. गणेश चतुर्थी पर भक्त अपने घरों में गणपति बप्पा की प्रतिमा लाकर स्थापित करते हैं. 27 अगस्त को प्रतिमा स्थापना के लिए सुबह 5:40 से 9:00 बजे तक और दोपहर 11:05 से 1:40 तक का समय अच्छा है. हर साल गणेश विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन होता है. इस साल यह 7 सितंबर दिन रविवार को होगा. आइए जानते हैं घर पर स्थापित करने के लिए विघ्नहर्ता गणपति बप्पा की कैसी मूर्ति लानी चाहिए और कितने दिनों तक गणपति बप्पा को घर पर रखना शुभ होता है?
गणेश भगवान की प्रतिमा लेते समय इन बातों का रखें ध्यान
1. वास्तुशास्त्र के नियमों का ध्यान रखकर गणपति बप्पा की प्रतिमा घर में स्थापित करने से बेहद शुभ फल की प्राप्ति होती है और जीवन में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है.
2. यदि आप गणेश चतुर्थी पर गणपति बप्पा की प्रतिमा घर लाना चाहते हैं तो वास्तु के नियमों का जरूर ध्यान रखें.
3. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि घर में हमेशा ऐसी मूर्ति लानी चाहिए जो न ज्यादा छोटी हो और न ही ज्यादा बड़ी हो.
4. घर में मध्यम आकार की गणपति बप्पा की प्रतिमा लाना शुभ माना जाता है. बड़े आकार की मूर्तियों को पंडाल में स्थापित किया जाता है.
5. भगवान गणेश की मूर्ति लेते समय उनकी सूंड पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए. घर के लिए ऐसी मूर्ति लेनी चाहिए जिसमें गणेश भगवान की सूंड बाईं ओर मुड़ी हो.
6. दाईं ओर झुकी हुई सूंड वाली यानी दक्षिणामुखी गणेशजी की मूर्ति की पूजा करने के कठिन नियम होते हैं. इस प्रकार की मूर्ति मंदिरों में रखी जाती है.
7. घर के लिए बैठे हुई मुद्रा में भगवान गणेश की मूर्ति लाना सबसे श्रेष्ठ होता है.
8. पंडालों के लिए खड़े, नृत्य करते हुई आदि मुद्रा में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की जा सकती है.
9. गणपति बप्पा की मूर्ति लेते समय इस बात का ख्याल जरूर रखें कि प्रतिमा में उनके साथ मोदक और मूषक भी जरूर हो.
10. गणपति बप्पा की मूर्ति लेते समय रंग का ध्यान भी रखें. घर में सफेद रंग की मूर्ति लाना शुभ माना जाता है. सिंदूरी रंग की मूर्ति भी ले सकते हैं.
11. भगवान गणेश की मूर्ति को घर में चतुर्थी से पहले किसी शुभ मुहूर्त में ही घर लाना चाहिए. ऐसा करने से शुभ फल प्राप्त होता है.
गणपति बप्पा की प्रतिमा घर में रखने की क्या है परंपरा
1. शास्त्रों के अनुसार गणपति बप्पा की प्रतिमा घर में कितने दिनों तक रखनी है यह परंपरा, आस्था और सुविधा पर निर्भर करती है. यही कारण है कि बप्पा की स्थापन घर-घर अलग-अलग दिनों तक होती है.
2. कई घरों में गणपति बप्पा को डेढ़ दिन तक घर में रखते हैं. यह परंपरा छोटी, सरल और भावपूर्ण होती है. इसमें जल्दी विदाई देकर बप्पा से आशीर्वाद लिया जाता है और उन्हें पुनः अगले साल आमंत्रित करने का संकल्प लिया जाता है.
3. कामकाजी परिवारों के लिए तीन दिन गणपति बप्पा को घर में रखने की अवधि सुविधाजनक होती है. तीन दिन तक बप्पा की पूजा, भक्ति और प्रसाद के साथ उत्सव मनाने के बाद विसर्जन किया जाता है.
4. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि पांच दिन गणपति बप्पा को घर में लाने से सकारात्मकता और समृद्धि आती है. पांच दिन तक बप्पा के घर में विराजमान रहने से परिवार और मित्रों को आमंत्रित करने, पूजा और प्रसाद वितरण का पर्याप्त समय मिल जाता है.
5. गणेश जी का सात दिन का प्रवास गहरी आस्था और समर्पण का प्रतीक है. पूरे सप्ताह घर में भक्ति-संगीत, पूजा और प्रसन्नता का माहौल रहता है. यह परंपरा अक्सर वे लोग निभाते हैं जो पूरे दिल से उत्सव में डूबना चाहते हैं.
6. गणेश चतुर्थी का सबसे पारंपरिक और भव्य रूप ग्यारह दिन गणपति है. ग्यारह दिन तक घर और पंडालों में बप्पा का वास होता है. महाराष्ट्र और कई राज्यों में इसी परंपरा का पालन किया जाता है. अंतिम दिन अनंत चतुर्दशी पर मूर्ति का विसर्जन किया जाता है.