Nirjala Ekadashi 2025: सभी 24 एकादशियों का फल प्राप्त करने के लिए रखें सिर्फ एक निर्जला एकादशी व्रत, जानें भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए इस दिन क्या करें और क्या नहीं?

Nirjala Ekadashi: हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि सिर्फ निर्जला एकादशी का व्रत रखने से साल की सभी 24 एकादशियों का फल प्राप्त होता है. इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है. आइए जानते हैं निर्जला एकादशी के दिन क्या करने चाहिए और क्या नहीं? 

Nirjala Ekadashi 2025
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 05 जून 2025,
  • अपडेटेड 9:15 PM IST
  • 6 जून 2025 को रखें निर्जला एकादशी का व्रत
  • उपवास रखने से सुख-समृद्धि और मोक्ष की होगी प्राप्ति 

Nirjala Ekadashi Vrat: हिंदू धर्म में निर्जला एकादशी (Nirjala Ekadashi) विशेष महत्व रखती है. इस दिन भगवान भगवान विष्णु (Lord Vishnu) और मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की पूजा की जाती है. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि सिर्फ निर्जला एकादशी का व्रत रखने से साल की सभी 24 एकादशियों के बराबर व्रती को पुण्य प्राप्त होता है. इस दिन उपवास रखने से सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है. व्रती को मोक्ष की प्राप्ति होती है. 

इस साल 6 जून 2025 को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जाएगा. निर्जला एकादशी के दिन गंगा सहित पवित्र नदियों में स्नान और दान-पुण्य करने का विशेष महत्व होता है. निर्जला एकादशी के दिन बिना अन्न और जल ग्रहण किए भगवान विष्णु की आराधना की जाती है. व्यासजी के कहने पर भीम ने निर्जला एकादशी का व्रत रखा था. इसी के चलते इस एकादशी को भीमसेनी एकादशी भी कहा जाता है. 

निर्जला एकादशी के दिन ऐसे करें पूजा
1. निर्जला एकादशी के दिन सुबह स्नान करके सबसे पहले सूर्य देव को अर्घ्य दें.
2. फिर पीले वस्त्र धारण करें और भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें और व्रत का संकल्प लें.
3. व्रत का संकल्प लेने के बाद अगले दिन सूर्योदय होने तक जल की एक बूंद भी ग्रहण न करें.
4. निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की मूर्ति लकड़ी की चौकी पर स्थापित करें.
5. विष्णु भगवान को पीले फल, पंजीरी और मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं.
6. ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करें. रात को दीपदान जरूर करें.
7. निर्जला एकादशी के अगले दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें और स्नान ध्यान करने के बाद जरूरतमंदों को दान दें.
8. सके बाद पारण करें और सभी को प्रसाद खिलाएं.

निर्जला एकादशी के दिन जरूर करें ये काम 
1. निर्जला एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में जगकर स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लें.
2. निर्जला एकादशी के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की करें पूजा.
3. निर्जला एकादशी की पूजा में भगवान विष्णु को पीले रंग के फूल, पीले रंग की मिठाई और चंदन अर्पित करें. 
4. भगवान विष्णु को तुलसी पत्र अवश्य चढ़ाएं.  निर्जला एकादशी के भगवान के नाम का करें जाप.
5. निर्जला एकादशी के दिन पीपल के पेड़ के नीचे घी का दीपक जलाएं और परिक्रमा करें.
6. निर्जला एकादशी के दिन छाता, कपड़ा, पंखा, फल, अन्न का दान करें.
7. निर्जला एकादशी के दिन तुलसी के पास घी का दीपक जरूर जलाएं. 
8. निर्जला एकादशी के दिन जमीन पर सोएं.

निर्जला एकादशी के दिन नहीं करें ये काम
1. निर्जला एकादशी के दिन तुलसी को स्पर्श नहीं करें.
2. निर्जला एकादशी के दिन तुलसी में जल अर्पित नहीं करें.
3. निर्जला एकादशी के दिन तामसिक भोजन न करें.
4. निर्जला एकादशी के दिन बैंगन, मसूर दाल, मूली और जड़ वाली सब्जियां न खाएं
5. निर्जला एकादशी व्रत में अन्न और जल ग्रहण नहीं करें.
6. निर्जला एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करें.
7. निर्जला एकादशी पर काले रंग के कपड़े पहनने से बचें.
8. निर्जला एकादशी के दिन बाल और नाखून न काटें.
9. निर्जला एकादशी के दिन बाल नहीं धोने चाहिए.
10. रात के समय बिस्तर पर न सोएं. जमीन पर सोएं.

 

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