IND vs ENG Old Trafford Test: मैनचेस्टर में टीम इंडिया पहली बार टेस्ट मैच कब हारी? एक ही दिन में दो बार ऑल आउट हो गई थी टीम, इस बॉलर ने बरपाया था कहर
मैनचेस्टर में 23 जुलाई से भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा मैच शुरू हो जाएगा. इस मैदान पर भारत का रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है. भारत को ओल्ड ट्रैफर्ड को कभी जीत हासिल नहीं हुई है. आखिरी बार भारतीय टीम ने 2014 में मैनचेस्टर में टेस्ट मैच खेला था.
मैनचेस्टर में होगा भारत-इंग्लैंड का चौथा टेस्ट मैच
ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत का रिकॉर्ड बेहद खराब
भारत-इंग्लैंड सीरीज का चौथा टेस्ट मैच मैनचेस्टर में होना है. 23 जुलाई को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में टेस्ट मैच शुरू होगा. इस मैदान पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है. 11 साल बाद भारतीय टीम इस मैदान पर टेस्ट मैच खेलने जा रही है. ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है. टीम इंडिया मैनचेस्टर में एक भी मैच नहीं जीती है. ओल्ड ट्रैफर्ड में टीम इंडिया पहला टेस्ट मैच कब हारी थी? आइए इस बारे में जानते हैं.
ओल्ड ट्रैफर्ड में कैसा है भारत का रिकॉर्ड?
मैनचेस्टर में भारत का टेस्ट रिकॉर्ड अच्छा नहीं है. इस मैदान पर टीम इंडिया ने एक भी मैच नहीं जीता है.
ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत ने 9 टेस्ट मैच जीते हैं. टीम इंडिया ने एक भी टेस्ट मैच जीता नहीं है.
इस मैदान पर 9 मैचों में भारत ने 4 मैच हारे हैं. वहीं 5 मैच ड्रॉ रहे हैं. यहां टीम इंडिया जीत में तलाश में रहती है.
इस मैदान पर भारत का सबसे बड़ा टोटल 432 रह हैं. वहीं सबसे कम स्कोर 52 रन हैं.
ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत की ओर से एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड मोहम्मद अजहरुद्दीन (179 रन) के नाम है.
एक पारी में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड दिलीप जोशी के नाम है. 1982 में दिलीप जोशी ने ओल्ड ट्रैफर्ड में 6 विकेट लिए थे.
मैनचेस्टर में पहली बार कब हारी इंडिया?
मैनचेस्टर में भारत को पहली बार 1952 में मिली. इससे पहले भारत ने इस मैदान पर दो टेस्ट मैच खेले थे.
1936 में टीम इंडिया ने ओल्ड ट्रैफर्ड में पहला टेस्ट मैच खेला. 1936 और 1946 में हुए दोनों टेस्ट मैच ड्रॉ रहे.
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में टीम इंडिया पहली बार 1952 में हारी. भारत उस मैच में एक ही दिन में दो बार ऑल आउट हो गई थी.
कौन था भारत का कप्तान?
1952 में टीम इंडिया चार टेस्ट मैच की सीरीज के लिए इंग्लैंड दौरे पर गई. भारतीय टीम के कप्तान विजय हजारे थे.
भारत वो सीरीज 3-0 से हारी थे. ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट मैच हुआ था.
शुरुआती दोनों मैचों में भारत को हार मिली थी. मैनचेस्टर टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीता. पहले बैटिंग का फैसला लिया.
इंग्लैंड ने पहली पारी में 347 रन बनाए. इंग्लैंड के कप्तान लियोनार्ड हट्टन ने 104 रन बनाए.
टीम इंडिया की ओर से गुलाम अहमद और रमेश दिवेचा ने सबसे ज्यादा 3-3 विकेट लिए. वीनू मांकड़ ने 2 विकेट और रामचंद ने भी 1 विकेट हासिल किया.
कैसे हारी इंडिया?
भारतीय टीम ने बेहद खराब बैटिंग की. टीम इंडिया एक ही दिन में दो बार ऑल आउट हो गई.
पहली पारी में भारतीय टीम सिर्फ 21 ओवर ही पिच पर टिक पाई. टीम इंडिया पहली पारी में 58 रन पर ऑल आउट हो गई.
विजय हजारे और विजय मांजेरकर को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज डबल डिजिट तक नहीं पहुंच पाया.
इंग्लैंड के फ्रेड ट्रुमैन के सामने भारत का कोई भी बल्लेबाज टिक नहीं पाया. ट्रुमैन ने अकेले 8 विकेट लिए.
दूसरी पारी में भारतीय टीम 82 रन पर ऑल आउट हो गई. टीम इंडिया की ओर से हेमू अधिकारी ने सबसे ज्यादा 27 रन बनाए.
दूसरी पारी में फ्रेड ट्रुमैन को सिर्फ 1 विकेट मिला. इस बार टोनी लॉक और एलेक बेडसेर ने टीम इंडिया को ढेर किया.
एलेक बेडसेर ने 5 विकेट लिए. वहीं टोनी लॉक ने 4 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा.
भारतीय टीम मैनचेस्टर में पहली बार एक पारी और 207 रनों से हारी थी. मैच तीन दिन में ही खत्म हो गया था.
विजय हजारे (Photo Credit: Getty)
मैनचेस्टर में आखिरी बार कब खेली इंडिया?
मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड पर भारत ने आखिरी टेस्ट मैच 2014 में खेला था. उस मैच में भारत के कप्तान महेन्द्र सिंह कप्तान थे.
2014 में हुए ओल्ड ट्रैफर्ड टेस्ट मैच में विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा भी टीम इंडिया का हिस्सा थे.
उस मैच में भारत की ओर से महेन्द्र सिंह धोनी ने टीम को संभाला था. पहली पारी में भारत के 6 बल्लेबाज जीरो पर आउट हो गए थे.
भारत वो मैच एक पारी और 54 रनों से हार गई थी. इसके बाद भारत ने इस मैदान पर कोई टेस्ट मैच नहीं खेला.
क्या गिल कर पाएंगे कमाल?
शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम एक बार फिर मैनचेस्टर में टेस्ट मैच खेलने जा रही है. सीरीज में बने रहने के लिए भारत को ये मैच हर हाल में जीतना होगा. लॉर्ड्स का रोमांचक टेस्ट मैच इंग्लैंड के पक्ष में रहा था. इंग्लैंड सीरीज में 2-1 से आगे है. सीरीज को बराबर करने के लिए भारत इस मैच को जरूर जीतना चाहेगी. भारत अगर मैनचेस्टर में जीतती है तो 89 साल का जीत का सूखा खत्म हो जाएगा.