पिता वकील, मां इंटीरियर डिजाइनर... 17 साल की अनाहत सिंह ने कनाडा स्कवैश ओपन के सेमीफाइनल में बनाई जगह

अनाहत सिंह ने टोरंटो में कनाडा महिला ओपन स्क्वाश के सेमीफाइनल में जगह बनाई, टिन्नी गिलिस को हराकर करियर की सबसे बड़ी जीत दर्ज की. अब उनका मुकाबला जीना कैनेडी से होगा. यह अनाहत की अपने करियर की सबसे बड़ी और शीर्ष 10 खिलाड़ियों के खिलाफ पहली जीत है.

gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 30 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:57 AM IST

दिल्ली में जन्मी युवा खिलाड़ी अनाहत सिंह ने कम उम्र में ही भारतीय स्क्वैश जगत में अपनी अलग पहचान बना ली है. सिर्फ 17 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों में जगह बना ली है और भारत की नंबर-1 महिला स्क्वैश खिलाड़ी बन चुकी हैं.

अनाहत सिंह का जन्म 13 मार्च 2008 को दिल्ली में हुआ था. उनके पिता गुरशरण सिंह पेशे से वकील हैं, जबकि मां तानी वढेरा सिंह इंटीरियर डिजाइनर हैं. खेल उनके परिवार की नसों में है. गुरशरण और तानी, दोनों ने युवावस्था में हॉकी खेला था. अनाहत की बड़ी बहन अमीरा सिंह भी एक बेहतरीन स्क्वैश खिलाड़ी हैं और वर्तमान में हार्वर्ड विश्वविद्यालय की महिला टीम के लिए खेलती हैं.

बैडमिंटन से स्क्वैश तक का सफर
अनाहत को शुरुआत में बैडमिंटन से बेहद लगाव था. उन्होंने 6 साल की उम्र में पीवी सिंधु को इंडिया ओपन में खेलते देखा और प्रेरित होकर बैडमिंटन में करियर बनाने का फैसला किया. लेकिन जब परिवार अमीरा के स्क्वैश टूर्नामेंट्स के लिए यात्रा करने लगा, तो अनाहत ने अकेले घर में रहने की बजाय स्क्वैश अपनाने का निर्णय लिया.

अनाहत की स्क्वैश में उपलब्धियां
साल 2019 में अनाहत ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाई जब उन्होंने ब्रिटिश ओपन स्क्वैश टूर्नामेंट में अंडर-11 गर्ल्स कैटेगरी में स्वर्ण पदक जीता. इसके बाद उन्होंने एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया. 2020 में महामारी के कारण खेल रुके रहे, लेकिन अनाहत ने जबरदस्त वापसी करते हुए यूएस ओपन 2021 जूनियर (अंडर-15) खिताब जीता. ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनीं.

2022 में उन्होंने जर्मन ओपन, डच ओपन और एशियाई जूनियर स्क्वैश चैंपियनशिप (थाईलैंड) में स्वर्ण पदक जीता. यही प्रदर्शन उन्हें बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के लिए भारतीय टीम में जगह दिलाने में मददगार साबित हुआ. अनाहत ने 2023 ब्रिटिश जूनियर ओपन अंडर-15 और एशियाई जूनियर स्क्वैश चैंपियनशिप 2023 (चीन) में खिताब जीतकर खुद को शीर्ष युवा खिलाड़ियों में शामिल कर लिया.

नवंबर 2023 में अनाहत नेशनल चैंपियन का ताज पहनने वाली दूसरी सबसे कम उम्र की भारतीय बनीं. उन्होंने स्कॉटिश जूनियर ओपन (अंडर-19) जीतकर साल का शानदार अंत किया और 2024 में राष्ट्रीय खिताब को सफलतापूर्वक डिफेंड किया.

इसी वर्ष उन्होंने 9 PSA चैलेंजर खिताब जीते. जिनमें JSW विलिंगडन लिटिल मास्टर्स, हमदर्द स्क्वैशटर्स नॉर्दर्न स्लैम, HCL स्क्वैश टूर, रिलायंस PSA चैलेंज, और वेस्टर्न इंडिया स्लैम जैसे टूर्नामेंट शामिल हैं. 2025 में भी अनाहत का शानदार प्रदर्शन जारी रहा. उन्होंने ब्रिटिश जूनियर ओपन अंडर-17 का खिताब जीता और एशियाई जूनियर स्क्वैश टीम चैंपियनशिप में भारत को कांस्य और फिर खिताब दिलाया. चेन्नई में आयोजित इंडियन टूर टूर्नामेंट जीतकर उन्होंने अपना 10वां PSA खिताब हासिल किया. इस जीत के साथ वह दुनिया की शीर्ष 70 खिलाड़ियों में शामिल हो गईं और विश्व रैंकिंग में 68वें स्थान पर पहुंचीं.

अनाहत सिंह ने कनाडा महिला ओपन 2025 के क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम की दुनिया की नंबर सात खिलाड़ी टिन गिलिस को हराकर अपने करियर की सबसे बड़ी जीत हासिल कर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में प्रवेश किया. मंगलवार को ब्रुकफील्ड प्लेस में खेले गए क्वार्टरफाइनल में रैंकिंग में 43वें नंबर पर मौजूद अनाहत सिंह ने पीएसए स्पर्धा की डिफेंडिंग चैंपियन गिलिस को 36 मिनट तक चले मुकाबले में 3-0 (12-10, 11-9, 11-9) से हराकर सिल्वर-लेवल स्पर्धा के सेमीफाइनल में जगह बनाई.

 

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