UPI Payment करते समय इन बातों का जरूर रखें ख्याल, नहीं पड़ेंगे मुसीबत में

यूपीआई पेमेंट ने मनी ट्रांसफर को आसान तो जरूर बनाया है लेकिन इससे साइबर क्राइम भी बढ़ा है. हाल ही में साइबर क्राइम की कई ऐसी घटनाएं सामने आई जिनमें स्कैमर्स ने लोगों के यूपीआई खातों हैक करके गाढ़ी कमाई को पूरी तरह से साफ कर दिया.

Instances of UPI fraud are on the rise.
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 25 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 4:27 PM IST
  • लगातार बढ़ते जा रहे हैं UPI फ्रॉड के मामले
  • ज्यादातर स्मार्टफोन यूजर्स करते हैं UPI ऐप का इस्तेमाल

यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) भारत की इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट सिस्टम में एक तरह की क्रांति लाया है. UPI ने ऑनलाइन पेमेंट की प्रक्रिया को सभी की उंगलियों पर ला कर रख दिया है. UPI की बदौलत एक मिनट से भी कम समय में लोग अपने बैंक से दूसरे के बैंक में पैसा भेज देते हैं. 

जहां यूपीआई ने पैसे ट्रांसफर करने की प्रक्रिया को बेहद ही आसान बनाया है वहीं इससे साइबर क्राइम भी बढ़ा है. हाल ही में साइबर क्राइम की कई ऐसी घटनाएं सामने आई जिनमें स्कैमर्स ने लोगों के यूपीआई खातों को हैक करने और उनकी गाढ़ी कमाई तक पहुंचने के लिए अलग-अलग तरीकों को आजमाया. इस तरह के घोटालों में पड़ने से बचने के लिए, यहां पर हम आपको कुछ जरूरी बातें बता रहे हैं. ये सभी बाते ऑनलाइन पेमेंट करते वक्त ध्यान में जरूर रखी जानी चाहिए. 

अपना यूपीआई पिन कभी किसी के साथ ना शेयर करें

ये सबसे जरूरी है कि आप अपना यूपीआई पिन किसी के साथ शेयर ना करें. यूपीआई हर मनी ट्रांसफर से पहले पिन मागंता है. इसलिए जब आप अपने बैंक खाते को अपनी UPI आईडी से लिंक करते हैं, तब आपको एक पिन सेट करने के लिए कहा जाता है. 

अपने फ़ोन में स्क्रीन लॉक जरूर रखें

हर किसी के फोन में फ़ोन में बहुत सारे जरूरी ऐप्स, ईमेल और जरूरी डाटा होते हैं, इसलिए आपको हमेशा अपने फ़ोन पर लॉक रखना चाहिए. यूपीआई- ऐप्स लेनदेन के लिए ऐप खोलने से पहले आपके फोन लॉक स्क्रीन पासवर्ड भी मांगते हैं. फोन लॉक स्क्रीन पासवर्ड से किसी भी तरह की धोखाधड़ी से भी बचा जा सकता है. समय समय पर लॉक स्क्रीन पासवर्ड को बदलते रहना भी अच्छा होता है. 

एक से ज्यादा UPI ऐप के इस्तेमाल से बचें

आपके फ़ोन में इंस्टॉल किए गए कई UPI ऐप्स आपके लिए मुसीबत बन सकता है.साथ ही कई UPI ऐप्स के इस्तेमाल से कोई फायदा भी नहीं होता है, 


अन-वैरिफाइड लिंक पर क्लिक न करें

आमतौर पर एसएमएस या ईमेल से मिले लिंक पर क्लिक करने से घोटाला हो जाता है. इसलिए अगर आपके फोन में कोई मैसेज आता है तो उसपर क्लिक करके पेमेंट करने से बचे. अक्सर हैकर बैंक की तरफ से कॉल करने का दावा करते हैं  वे कॉल पर अपका पिन, ओटीपी मांगते हैं , इन जालों में कभी ना फंसे ना ही ओटीपी और पासवर्ड शेयर करें. 

 

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