भारत की सांस्कृतिक विरासत का जीता-जागता उदाहरण, राजस्थान की राजधानी जयपुर, आज विश्व के सबसे बेहतरीन पर्यटन स्थलों की सूची में एक शानदार मुकाम पर खड़ा है. प्रतिष्ठित ट्रैवल मैगज़ीन Travel + Leisure के ‘वर्ल्ड्स बेस्ट सिटीज 2025’ सर्वे में जयपुर को दुनिया का पाँचवाँ सबसे बेहतरीन शहर घोषित किया गया है. यह रैंकिंग न केवल शहर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक गहराई को प्रमाणित करती है, बल्कि इस बात का भी संकेत है कि जयपुर वैश्विक पर्यटकों के लिए एक नई पसंद बन चुका है. टोक्यो, बैंकॉक और फ्लोरेंस जैसे शहरों को पीछे छोड़ते हुए जयपुर अब उस लीग में आ चुका है, जहाँ संस्कृति, विरासत और आधुनिक मेहमाननवाज़ी का मेल पर्यटकों को एक अनोखा अनुभव प्रदान करता है.
जयपुर बना ग्लोबल टूरिस्ट्स की पहली पसंद-
इस सर्वे में जयपुर को संस्कृति, वास्तुकला, आतिथ्य, खरीदारी, भोजन, और समग्र यात्रा अनुभव जैसे कई मानकों पर उच्च स्कोर मिला है. जयपुर की ये पहचान सिर्फ इसकी दीवारों में नहीं छिपी, बल्कि शहर के जीवन के हर पहलू में झलकती है, जहां एक ओर हवा महल, आमेर किला, जल महल और जंतर मंतर जैसे ऐतिहासिक स्थल पर्यटकों को इतिहास से जोड़ते हैं, वहीं दूसरी ओर शहर की आधुनिक लाइफस्टाइल, जीवंत बाजार, और भव्य होटल व कैफे कल्चर इस शहर को आज के जमाने के ट्रैवलर्स के लिए भी उपयुक्त बनाते हैं.
जयपुर परंपरा और आधुनिकता का संगम-
जयपुर की लाइफस्टाइल में परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संतुलन है. यह शहर सिर्फ इतिहास की बातें नहीं करता, बल्कि अपने हर कोने में पर्यटकों को कुछ नया परोसता है. अगर आप सुबह-सुबह पुराने शहर की गलियों में निकलें तो पारंपरिक मिट्टी के चूल्हों से उठती पूड़ी-सब्ज़ी की खुशबू आपको खींच लाएगी. दिन के समय बापू बाजार, चौड़ी चौपड़, और किशनपोल में शॉपिंग करते हुए आपको चमकदार बंधेज की साड़ियां, हाथ से बनी लाख की चूड़ियां, और कांच-जड़े जूतियां मिलेंगी. जयपुर की शॉपिंग केवल एक व्यापारिक अनुभव नहीं, बल्कि सांस्कृतिक परिचय है.
शहर में खाने-पीने के शानदार ऑप्शन-
पर्यटकों को जयपुर में खाने-पीने के भी शानदार विकल्प मिलते हैं. दाल-बाटी-चूरमा, मावा कचौरी, घेवर, केसरिया दूध ये सब सिर्फ व्यंजन नहीं, बल्कि राजस्थानी संस्कृति का स्वाद हैं. शहर में आपको पारंपरिक राजस्थानी थाल परोसने वाले ढाबों से लेकर इंटरनेशनल क्विज़ीन परोसते लग्ज़री रेस्तरां तक हर स्वाद और बजट के विकल्प मिलते हैं. जो लोग कुछ अलग अनुभव चाहते हैं, उनके लिए हेरिटेज होटल्स और शाही हवेलियों में रहने की सुविधा एक यादगार अनुभव बनाती है. यहाँ की आतिथ्य संस्कृति में मेहमान को 'भगवान' माना जाता है और यह केवल कहावत नहीं, व्यवहार में भी झलकता है.
नाइटलाइफ में भी बदलाव-
जयपुर का नाइटलाइफ भी अब बदल चुका है. जहां पहले यह शहर केवल दिन के दर्शनीय स्थलों के लिए जाना जाता था, वहीं अब यहां रूफटॉप कैफे, लाइव म्यूज़िक, और फोक नाइट्स का नया कल्चर उभर चुका है. शहर के होटल्स, स्पा, और वेलनेस सेंटर विश्वस्तरीय अनुभव देते हैं, जिससे जयपुर अब केवल एक 'ट्रेडिशनल डेस्टिनेशन' नहीं रहा, बल्कि एक प्रीमियम कल्चरल टूरिज्म हब बन गया है.
Travel + Leisure की रैंकिंग में जयपुर को 91.33 स्कोर मिले, जो दर्शाता है कि पर्यटक यहां की हर चीज़, विरासत, स्वाद, संस्कृति, और व्यवहार से कितना प्रभावित हुए हैं. यह रैंकिंग यूनेस्को द्वारा पहले ही वर्ल्ड हेरिटेज सिटी घोषित किए जा चुके जयपुर की ग्लोबल इमेज को और मजबूत करती है. डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने इस गौरवमयी उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व को श्रेय देते हुए इसे भारत के लिए गर्व का क्षण बताया.
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