
पहाड़ी-चट्टानों और हरियाली के बीच एक आकर्षक और मनमोहक जलप्रपात अगर आप देख लें तो आप उसकी ओर खींचे चले जाएंगे. ऐसा ही राजस्थान के धौलपुर जिले के सरमथुरा उप खंड में एक प्राकृतिक झरना हैं, जो बारिश के दिनों में पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहता हैं. धौलपुर से करीब 80 किलोमीटर और सरमथुरा से करीब आठ किलोमीटर दूर इस क्षेत्र का सबसे बड़ा आकर्षण केंद्र मंसूरी जैसा कैम्पटी फॉल हैं.
आकर्षण का केंद्र है दमोह वाटरफॉल-
यह जलप्रपात सरमथुरा क्षेत्र के प्रमुख स्थलों में से एक है. पहाड़ी-चट्टानों और हरियाली के बीच करीब तीन सौ फ़ीट की ऊंचाई से गिरता हुआ यह झरना मंसूरी की घाटी में बहने वाले झरनों जैसा है. कई पहाड़ी चट्टानों से बहने के बाद यह झरना जब नीचे गिरता है, तो यह नजारा मंसूरी के कैम्पटी फॉल जैसा दिखता है. धौलपुर के लोगों के लिए सरमथुरा क्षेत्र का दमोह झरना मंसूरी के कैम्पटी फॉल से भी कम नहीं है.
टूरिस्टों को लुभाता है दमोह वाटरफॉल-
बारिश शुरू होते ही दमोह का झरना शुरू हो गया है. ऐसे में धौलपुर जिले समेत आसपास के लोग दमोह झरना की सुंदरता निहारने के लिए पहुंच रहे हैं. मंसूरी में पहाड़ों से गिरने वाले कैम्पटी फॉल लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. लेकिन धौलपुर जिले के सरमथुरा में हरियाली की गोद में समाया दमोह झरना देखने के बाद लोगों को प्रफुल्लित कर देता है. दमोह झरना पर सैलानियों की सुरक्षा के लिए पुलिस जाप्ता दिया हैं.
300 फीट से ऊंचा है दमोह वाटरफॉल-
दमोह झरना की ऊंचाई करीब तीन सौ फीट से अधिक है, जो प्रकृति, हरियाली, चट्टानों में समेटे हुए है. दमोह झरने की विशेषता यह है कि यह बारिश के दिनों में और भी सुंदर हो जाता है. दमोह झरना को निहारने के लिए धौलपुर समेत आसपास के जिले के लोग पहुंचते हैं. जब यह झरना ऊपर से जब नीचे गिरता है तो एक मनमोहक छटा बिखेरता है. पानी भी इतना साफ है कि पानी के अन्दर जमीन की सतह भी देखी जा सकती है. घने जंगल के बीच स्थित यह एक दर्शनीय पर्यटन स्थल है.
प्रकृति का नायाब नमूना है झरना-
यह बारिश के मौसम में जुलाई से सितंबर में बहता है. इसके साथ ही दमोह में जंगली जानवरों के साथ एक लंबी और हरी वन श्रृंखला मौजूद हैं. हरियाली से आच्छादित करीब तीन सौ फीट ऊंचाई से धरती की गोद में गिरता यह झरना प्रकृति का नायाब नमूना है और पर्यटक इस जन्नत को निहारने के लिए पहुंच रहे हैं. हरियाली से लदी पहाडियां और सूर्य की चमक बिखरेती किरणें लोगों को यहां तक खींचने में कामयाब हो जाती हैं.
बता दें कि धौलपुर करौली टाइगर रिजर्व एरिया की कवायद शुरू हो गई है. भूमि अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू हो चुकी है. टाइगर रिजर्व एरिया में दमोह झरना आ रहा है. जिससे यहां आपको टाइगर भी देखने को मिल जाएंगे.
(उमेश मिश्रा की रिपोर्ट)
ये भी पढ़ें: