दुनिया की सबसे अमीर महिला एलिस वॉल्टन अमेरिका में एक मेडिकल स्कूल की स्थापना कर सुर्खियों में आ गई हैं. सुर्खियों में आने की वजह है कि वह इस स्कूल की शुरुआती पांच ग्रैजुएटिंग क्लासेज़ से कोई ट्यूशन फ़ीस नहीं वसूल रहीं. यानी खर्चा होगा भी तो सिर्फ हॉस्टल और किताबों का. उनकी फीस नीति ने तो कई लोगों का ध्यान आकर्षित किया ही है, लेकिन बात सिर्फ यहां तक सीमित नहीं है.
वॉल्टन का स्कूल भी बाकी मेडिकल स्कूलों से अलग है और उनका मानना है कि यहां स्टूडेंट्स को सिखाने का तरीका मेडिकल साइंस की पढ़ाई को पूरी तरह बदल सकता है. वॉल्टन कौन हैं, उनका स्कूल क्यों खास है और उन्होंने यह फीस नीति क्यों चुनी, आइए जानते हैं.
कौन हैं एलिस वॉल्टन?
एलिस वॉल्टन वॉलमार्ट के संस्थापक सैम वॉल्टन की इकलौती बेटी हैं. उन्होंने वॉलमार्ट के दैनिक संचालन में सक्रिय भूमिका निभाने के बजाय कला, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित किया है. उनके परोपकारी कामों में क्रिस्टल ब्रिजेस म्यूज़ियम की स्थापना शामिल है, जो अमेरिकी कला को बढ़ावा देता है. स्वास्थ्य सेवा में सुधार और शिक्षा तक पहुंच बढ़ाने की दिशा में उनकी रुचि ने उन्हें इस मेडिकल स्कूल की स्थापना के लिए प्रेरित किया है.
अर्कांसस में खोला मेडिकल स्कूल
वॉल्टन ने 'एलिस एल. वॉल्टन स्कूल ऑफ मेडिसिन' अमेरिका के अर्कांसस राज्य के बेंटनविले में खोला है. वॉल्टन का ददिहाल इसी शहर में है. यह स्थान रणनीतिक रूप से चुना गया है, क्योंकि अर्कांसस और आसपास के क्षेत्रों में मेडिकल प्रोफेशनल्स की कमी एक बड़ी चुनौती रही है. वॉल्टन को उम्मीद है कि इस स्कूल से क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत होंगी और ग्रामीण समुदायों में मेडिकल सहूलतें भी बढ़ेंगी.
बेंटनविले एक ऐसा शहर है जो तेजी से विकसित हो रहा है. यह स्कूल इस क्षेत्र को एक शैक्षिक और चिकित्सा केंद्र के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है.
क्यों है यह मेडिकल स्कूल खास?
एलिस एल. वॉल्टन स्कूल ऑफ मेडिसिन अपनी नई शिक्षण व्यवस्था के लिए खास है. यह मेडिकल स्कूल स्टूडेंट्स को सिर्फ दवाइयों के नाम याद करने और उन्हें मरीज़ों को देना ही नहीं सिखाता, बल्कि यहां इलाज का तरीका सामुदायिक स्वास्थ्य पर केंद्रित है. स्कूल का पाठ्यक्रम आधुनिक चिकित्सा शिक्षा के साथ टेक्नोलॉजी और रिसर्च को साथ लेकर आता है. इसकी कुछ प्रमुख विशेषताएं हैं:
1. होलिस्टिक हेल्थकेयर पर जोर : स्कूल का पाठ्यक्रम न केवल पारंपरिक चिकित्सा पर केंद्रित है, बल्कि मेंटल हेल्थ, बेहतर लाइफस्टाइल और निवारक देखभाल को भी प्राथमिकता देता है. यानी दवा सिर्फ एक सपोर्ट सिस्टम है. कई बीमारियों का इलाज तभी हो सकता है जब लाइफस्टाइल बदला जाए. यह स्कूल इस बात को समझता है और अपनी पढ़ाई में लागू करता है.
2. टेक्नोलॉजी और इनोवेशन : स्कूल में एआई और टेलीमेडिसिन जैसी उन्नत तकनीकों का उपयोग किया जाता है, ताकि छात्र भविष्य की चिकित्सा चुनौतियों के लिए तैयार हो सकें.
3. सामुदायिक सेवा : स्कूल का लक्ष्य ग्रामीण और कम सेवा वाले क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाना है. छात्रों को स्थानीय समुदायों में इंटर्नशिप और सेवा के अवसर प्रदान किए जाते हैं.
ट्यूशन फीस क्यों नहीं ले रहीं वॉल्टन?
एलिस वॉल्टन ने स्कूल के शुरुआती पांच ग्रैजुएटिंग बैचों के लिए ट्यूशन फीस माफ करने की घोषणा की है. अव्वल तो उन्हें उम्मीद है कि प्रतिभाशाली ग़रीब स्टूडेंट यहां आकर शिक्षा हासिल कर सकेंगे और स्कूल का फायदा उठाएंगे. वॉल्टन को यह भी उम्मीद है कि यहां से निकलने वाले ग्रैजुएट्स अर्कांसास के उन इलाकों में लोगों की मदद कर सकेंगे जहां अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं.
इस सबसे इतर, ट्यूशन फीस न लेने के पीछे वॉल्टन का एक और उद्देश्य है. उन्हें उम्मीद है कि यह डिस्काउंट देकर वह अमेरिका के सबसे प्रतिभावान स्टूडेंट्स को अपने स्कूल में ला सकेंगी और यहां सिखाने के नए तरीके को लोकप्रिय बना सकेंगी. अगर एलिस एल. वॉल्टन स्कूल ऑफ मेडिसिन की शिक्षण व्यवस्था लोगों के बीच कारगर साबित होती है तो यह अमेरिका में मेडिकल स्कूल्स की रूपरेखा पूरी तरह बदल सकती है.