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Aamir Qutub Success Story: विदेश में पढ़ाई, 300 कंपनियों से रिजेक्शन, सफाईकर्मी का किया काम.. आमिर कुतुब ने खड़ी की करोड़ों की Enterprise Monkey कंपनी

Enterprise Monkey Success Story: आमिर कुतुब (Aamir Qutub) ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में एमबीए की पढ़ाई की. इस दौरान उन्होंने एयरपोर्ट पर सफाई कर्मचारी के तौर पर काम किया. पढ़ाई पूरी के बाद आमिर नौकरी करने लगे. लेकिन एक बार ट्रेन में सफर के दौरान उनको एक आइडिया आया. इसके बाद उन्होंने Enterprise Monkey कंपनी की शुरुआत की.

Enterprise Monkey CEO Aamir Qutub (Photo/Enterprisemonkey) Enterprise Monkey CEO Aamir Qutub (Photo/Enterprisemonkey)

अगर आप मेहनत करते हैं और हौसला है तो सफलता जरूर मिलती है. यूपी के अलीगढ़ में पैदा हुए एक युवक ने इसे साबित कर दिया. इस युवक सफाई कर्मचारी का काम किया, अखबार बांटा, 300 कंपनियों में नौकरियों के लिए रिजेक्शन मिला. लेकिन उस युवक ने हार नहीं मानी. हर असफलता के बाद वो मजबूती के साथ वो आगे बढ़ता रहा. लेकिन जब उसकी किस्मत बदली तो उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा. उस युवक का नाम आमिर कुतुब (Aamir Qutub) है और वो एंटरप्राइज मंकी कंपनी (Enterprise Monkey) का सीईओ है.

आमिर ने की इंजीनियरिंग की पढ़ाई-
आमिर कुतुब उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के एक सामान्य परिवार से आते हैं. उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई इसी शहर में हुई है. आमिर ने 12वीं की पढ़ाई के बाद अलीगढ़ मु्सलिम यूनिवर्सिटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया. इंजीनियरिंग करने के बाद आमिर ने दिल्ली की एक कंपनी में जॉब करने लगे. लेकिन नौकरी में उनका मन नहीं लगा. आमिर ने जॉब छोड़ दी. नौकरी छोड़ने के बाद आमिर ने वेबसाइट डिजाइन का काम शुरू किया. उनके कुछ क्लाइंट अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में थे. इसके बाद वो ऑस्ट्रेलिया चले गए.

एयरपोर्ट पर साफ-सफाई का किया काम-
ऑस्ट्रेलिया में आमिर कुतुब को मुसीबतों का सामना करना पड़ा. उन्होंने कई कंपनियों में नौकरी के लिए आवेदन दिया. लेकिन हर बार असफलता मिली. बताया जाता है कि उनको करीब 300 कंपनियों से रिजेक्शन मिला. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार कोशिश करते रहे. अंग्रेजी अच्छी नहीं होने की वजह से आमिर को जॉब ढूंढने में दिक्कत थी. काफी कोशिशों के बाद जब नौकरी नहीं मिली तो आमिर एयरपोर्ट पर साफ-सफाई का काम करने लगा और अपना खर्च निकालने लगा. लेकिन इस काम की वजह से पढ़ाई का समय नहीं मिल पाता था. इसलिए उन्होंने साफ-सफाई का काम छोड़ दिया. आमिर ने अखबार डालने का भी काम शुरू किया. ये काम वो रात 3 बजे से सुबह 7 बजे तक करते थे. लेकिन पढ़ाई नहीं छोड़ी.

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आमिर की बदली किस्मत-
जब आमिर कुतुब कॉलेज के आखिरी साल में पढ़ाई कर रहा था, उसको एक मौका मिला. आमिर को एक टेक्नोलॉजी कंपनी में इंटर्नशिप करने को मिला. इस इंटर्नशिप ने आमिर की किस्मत बदल दी. 15 दिन के भीतर इस कंपनी में उनको ऑपरेशन मैनेजर के पद पर प्रमोट कर दिया गया. आमिर ने इस कंपनी में खूब तरक्की की. 2 साल के भीतर उनको कंपनी का अंतरिम जनरल मैनेजर बना दिया गया.

ट्रेन में आया बिजनेस का आइडिया-
आमिर कुतुब की अच्छी जॉब चलर ही थी. वो अपना काम पूरी लगन से कर रहे थे. इस दौरान एक बार ट्रेन में सफर के दौरान उनकी मुलाकात एक बिजनेसमैन से हुई. उनके बातचीत के दौरान उनके दिमाग में एक आइडिया आया. उन्होंने एक ऐसा एप्लिकेशन बनाने का सोचा, जो कंपनियों को पैसा बचाने में मदद करे. आमिर ने इस आइडिया पर काम करना शुरू किया और साल 2014 में 2000 डॉलर की मदद से एंटरप्राइज मंकी कंपनी की शुरुआत की.

4 देशों में फैला है कंपनी का कारोबार-
एंटरप्राइज मंकी कंपनी टेक्नोलॉजी के जरिए बिजनेस प्रोसेस को ऑप्टिमाइज और ऑटोमैटिक कर कंपनियों का पैसा और समय बचाती है. इतना ही नहीं, कंपनी ऑनलाइन ब्रांडिंग और मार्केटिंग से कंपनियों की आय भी बढ़ाने में मदद करती है.

इस कंपनी का कारोबार 4 देशों में फैला है. इसें करीब 100 परमानेंट कर्मचारी हैं. इसके अलावा 300 लोग कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते हैं. कंपनी का टर्नओवर करीब 10 करोड़ का है. आमिर कुतुब कंपनी के फाउंडर और सीईओ हैं. वो कई स्टार्टअप के टेक फाउंडर हैं. आमिर फिलहाल ऑस्ट्रेलिया के जिलॉन्ग में रहते हैं.

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