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Success Story of IndiGifts: 5000 रुपए से की शुरुआत और आज करोड़ों का टर्नओवर, मम्मी दा ढाबा से लेकर पत्नी चालीसा तक, बनाते हैं एक से एक अनोखे गिफ्ट्स

यह कहानी है जयपुर स्थित कंपनी Indigifts की, जिसके पास 8000 से ज्यादा गिफ्टिंग प्रोडक्ट्स हैं और वह भी एकदम अनोखे. कुछ गिफ्ट्स तो ऐसे हैं कि आपने पहले कभी कहीं नहीं देखे होंगे. इस कंपनी को Shark Tank India सीजन 3 में फंडिंग भी मिली है.

Indigifts got funding from Sharks (Photo: Facebook/@indigifts) Indigifts got funding from Sharks (Photo: Facebook/@indigifts)

एक जमाना था जब किसी को गिफ्ट देना हो तो लोग अक्सर किसी मौके पर मिले शोपीस या फिर क्रॉकरी सेट्स को ही आगे दे देते थे. लेकिन आज गिफ्ट्स की इतनी रेंज उपलब्ध है कि आप हर किसी को उनके साथ आपके रिश्ते के हिसाब से गिफ्ट कर सकते हैं. जैसे दोस्तों और परिवार के लिए पर्सनलाइज्ड गिफ्ट्स तो वहीं दफ्तर में साथ काम करने वालों के लिए अच्छे प्रोफेशनल गिफ्ट्स. किसी खास इंसान के जन्मदिन, एनीवर्सरी, वैलेंटाइन से लेकर कॉर्पोरेट गिफ्टिंग के लिए बहुत से विकल्प उपलब्ध हैं. लेकिन जयपुर स्थित Indigifts नामक कंपनी ने गिफ्टिंग की परिभाषा ही बदल दी है. यहां पर आपको गिफ्ट्स के इतने क्रिएटिव आइडियाज और प्रोडक्ट्स मिलेंगे कि आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. 

इस कंपनी की शुरुआत की है नितिन जैन और दिव्या जैन ने. हमेशा से क्रिएटिव रहे नितिन ने साल 2017 में इस कंपनी की शुरुआत की. हालांकि, वह इससे पहले से ही उद्यमी बनने की राह पर थे और उनके उद्यमी बनने की यात्रा मात्र 5000 रुपए से शुरू हुई थी और आज करोड़ों के टर्नओवर तक पहुंच चुकी है. Shark Tank India Season 3 में सभी शार्क्स का दिल जीतने वाले नितिन जैन और दिव्या जैन की कहानी हमारे देश के हर एक युवा के लिए प्रेरणा है. 

कैसे हुई शुरूआत 
अजमेर में पले-बढ़े नितिन ने अपने कॉलेज की पढ़ाई के दौरान अपने पिता को खो दिया था. इसके बाद उनकी मां और बहन ने घर की जिम्मेदारी संभाली. उनका परिवार जयपुर आ गया और यहां उनकी मां एक एनजीओ में काम करने लगीं. नितिन के ऊपर जिम्मेदारियों का बोझ नहीं था और इसलिए वह अपना पैशन फॉलो कर सके. लेकिन उन्होंने इस आजादी को आगे बढ़ने के लिए इस्तेमाल किया और अपना खर्च खुद उठाने के लिए रास्ते तलाशने लगे. नितिन ने एनिमेशन और मल्टीमीडिया में ग्रेजुएशन की. 

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वह हमेशा से क्रिएटिव चीजें करते थे और उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद ग्राफिक डिजाइनिंग में फ्रीलांसिग करना शुरू कर दिया. उन्हें इस काम के हर महीने 5000 रुपए मिलते थे. और धीरे-धीरे उन्हें लगा कि उन्हें और कुछ करना चाहिए. उन्होंने कंपनियों के लिए लोगो डिजाइन करना शुरू किया और फिर साल 2012 में अपने कुछ दोस्तों के साथ डिजाइनिंग और मर्चनडाइजिंग कंपनी की शुरुआत की. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस स्टार्टअप के जरिए उन्होंने मेवाड़ के शाही परिवार से लेकर राजस्थान सरकार तक के साथ काम किया. वह प्रोडक्ट ब्रांडिंग, मर्चनडाइजिंग और डिजाइनिंग सर्विसेज के जरिए लाखों की कमाई कर रहे थे. 

लेकिन नितिन कुछ और अलग करना चाहते थे. जिसके जरिए वे लोगों से सीधा कनेक्ट कर सकें. उन्होंने गिफ्टिंग के सेक्टर में हाथ आजमाने की सोची और वे एकदम अलग आइडियाज पर काम करने लगे. नितिन की पत्नी दिव्या ने शार्क टैंक इंडिया के एपिसोड में बताया कि नितिन ने उन्हें शादी से पहले खुद के डिजाइन किए हुए लगभग 100 गिफ्ट्स दिए थे. सभी गिफ्ट्स एकदम यूनीक और कस्टमाइज्ड थे. इसी आइडिया को नितिन ने आगे बढ़ाया और उन्हें ग्राहकों से बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला. 

तैयार किए हैं 8000 से ज्यादा गिफ्टिंग प्रोडक्ट्स 
साल 2017 तक नितिन ने डेली यूटीलिटी से लेकर होम डेकॉर आइटम्स तक के लगभग 500 यूनीक प्रोडक्ट्स डिजाइन कर लिए थे. और उनकी ऑनलाइन सेल बढ़ने लगी. धीरे-धीरे उनके ऑर्डर बढ़ने लगे और एक साल में उन्होंने एक करोड़ से ज्यादा टर्नओवर कमाया. इस समय तक उनके पार्टनर्स ने बिजनेस छोड़ दिया और नितिन अकेले आगे बढ़े. वर्तमान में, Indigifts के पास 8000 से ज्यादा यूनीक प्रोडक्ट्स हैं जिनमें कॉफी मग, कीचेन से लेकर पत्नी चालीसा, कुशन, मम्मी दा ढाबा जैसे अनोखे गिफ्ट्स शामिल हैं. 

नितिन ने कुछ सालों से रक्षाबंधन पर सीड राखी बनाना भी शुरू किया. अपने प्रोडक्ट्स की मैन्यूफैक्चरिंग के लिए कंपनी राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में अलग-अलग महिला स्वयं सहायता समुहों के साथ काम कर रही है. आज उनके पास 30 कर्मचारी हैं और उनका टर्नओवर साढ़े सात करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है. शार्क टैंक इंडिया में उनके प्रोडक्ट्स ने सभी का दिल जीत लिया और उन्हें शुगर की फाउंडर वीनिता सिंह और OYO Rooms के फाउंडर, रितेश अग्रवाल से ऑफर मिला.