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गुजरात में होगा नेशनल एजुकेशन पॉलिसी पर दो दिवसीय सम्मेलन, नोबेल पुरस्कार विजेता भी होंगे शामिल

इस इवेंट में 2,500 प्रतिभागियों को शामिल किया जाएगा, जिसमें 1,200 अंतर्राष्ट्रीय व्यक्ति शामिल होंगे. हालांकि, विश्वविद्यालयों के साथ-साथ विभाग के सूत्रों ने बताया कि कोविड -19 से संबंधित यात्रा प्रतिबंधों के साथ-साथ क्रिसमस और नए साल की छुट्टी के कारण, इंटरनेशनल डिग्निटरीज को बुलाना थोड़ा मुश्किल काम हो सकता है.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
हाइलाइट्स
  • प्री-वाइब्रेंट समिट का बजट 3 करोड़ रुपये है

  • 1,200 अंतर्राष्ट्रीय व्यक्ति शामिल होंगे

  • 2,500 प्रतिभागियों को जोड़ा जाएगा

गुजरात शिक्षा विभाग अगले साल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 पर आधारित दो दिन का शिखर सम्मेलन आयोजित करने की योजना बना रहा है. ये आयोजन शिक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर जनवरी में करवाया जायेगा. इंटरनेशनल कांफ्रेंस ऑफ एकेडमिक इंस्टीट्यूशन नाम का यह इवेंट 5 और 6 जनवरी को विज्ञान भवन, साइंस सिटी में आयोजित करवाया जायेगा. 

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शिक्षा विभाग के सूत्रों ने बताया कि इस प्री-वाइब्रेंट समिट का बजट 3 करोड़ रुपये है. इस इवेंट को लेकर राज्य सरकार का उद्देश्य नोबेल पुरस्कार विजेताओं सहित अंतरराष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित करना है. 

कौन-कौन होगा आमंत्रित?

रिपोर्ट के अनुसार, दो दिवसीय इस इवेंट में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के दूसरे वरिष्ठ अधिकारी, ऑल इंडिया कॉउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन (AICTE) के चेयरमैन, यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC), और एनसीईआरटी (NCERT) के अधिकारियों को आमंत्रित किया जाएगा. इसके साथ कुछ बड़े अधिकारियों को वर्चुअल माध्यम से भी जोड़ा जाएगा. 

2,500 प्रतिभागियों को जोड़ा जाएगा

रिपोर्ट के मुताबिक, इस इवेंट में 2,500 प्रतिभागियों को शामिल किया जाएगा, जिसमें 1,200 अंतर्राष्ट्रीय व्यक्ति शामिल होंगे. हालांकि, विश्वविद्यालयों के साथ-साथ विभाग के सूत्रों ने बताया कि कोविड -19 से संबंधित यात्रा प्रतिबंधों के साथ-साथ क्रिसमस और नए साल की छुट्टी के कारण, इंटरनेशनल डिग्निटरीज को बुलाना थोड़ा मुश्किल काम हो सकता है. 

एक अधिकारी ने बताया कि अगर किसी कारणवश अंतरराष्ट्रीय गणमान्य को नहीं बुलाया जा सका तो   गुजरात के विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे इंटरनेशनल स्कॉलर्स को बुलाया जाएगा.