साल 2023 की शुरुआत इंडियन सिनेमा के लिए बहुत अच्छा रहा है. साल पहले महीने जनवरी में ही 'आरआरआर' फिल्म के गाने 'नाटू नाटू' को ऑस्कर नॉमिनेशन में एंट्री के साथ ही गोल्डेन ग्लोब अवार्ड भी जीता. वहीं हाल ही में रिलीज हुई शाहरुख खान की फिल्म पठान ने बड़े पर्दे पर धमाल मचा रखा है. अब ग्रैमी अवॉर्ड में भी भारत ने डंका बजा दिया है. म्यूजिक की दुनिया के सबसे बड़े अवॉर्ड माने जाने वाले ग्रैमी अवॉर्ड शो में भारतीय सिंगर रिकी केज ने एल्बम 'डिवाइन टाइड्स' के लिए ग्रैमी अवॉर्ड जीता है. इन्होंने ने ग्रैमी अवॉर्ड को पहली बार नहीं बल्कि तीसरी बार अपने नाम किया है. आइये जानते हैं रिकी केज के करियर और बाकी चीजों के बारे में.
ऐसे शुरू हुआ म्यूजिक करियर
रिकी केज का जन्म यूएस में 5 अगस्त 1981 को हुआ था. जब वह छह साल के थे तो उनका परिवार बेंगलुरु शिफ्ट हो गए. रिकी को संगीत का शौक बचपन से ही था. उन्हें ये कला विरासत में मिली है. उनके दादा एक एक्टर और स्वतंत्रता सेनानी थे. पढ़ाई के दौरान वह रॉक बैंड का हिस्सा बने थे. इस बैंड के साथ ही उनका म्यूजिक करियर शुरू हुआ.
कीबोर्ड आर्टिस्ट के तौर पर शुरू किया था करियर
तीसरी बार ग्रैमी अवॉर्ड जीतने वाला रिकी केज ने अपना करियर कीबोर्ड आर्टिस्ट के तौर पर शुरू किया था. रिकी ने 2003 में अपना स्टूडियो सेटअप किया था. जिसके बाद से अभी तक वह करीब 16 स्टूडियो एल्बम इंटरनेशनली रिलीज हो चुके है. इसके साथ वह चार फीचर फिल्म और 3500 कॉमर्शियल्स संगीत भी दे चुके हैं.
जीत चुके है तीन ग्रैमी अवार्ड
रिकी केज ने ये अपना तीसरा ग्रैमी अवार्ड जीता है. सबसे पहले रिकी केज ने साल 2015 में इस अवॉर्ड को जीता था. उस समय उन्हें विंड्स ऑफ समसारा के लिए ग्रैमी अवॉर्ड दिया गया था. इसके बाद इन्होंने 2022 में 'बेस्ट न्यू एज एलबम' श्रेणी में इस अवॉर्ड को जीता था.