Lata Mangeshkar (Getty Images)
Lata Mangeshkar (Getty Images) 6 फरवरी को महान गायिका लता मंगेशकर पंचतत्व में विलीन हो गईं. और अपने पीछे छोड़ गईं संगीत की एक महान विरासत. लता दीदी के स्वास्थ्य के लिए दुनियाभर में प्रार्थना हो रही थीं और रविवार को उनके जाने के बाद सभी जगह से लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने लगे.
लता दीदी के परिवार के अलावा भी बहुत से लोग हैं जिनके लिए यह दुःख बहुत गहरा है. क्योंकि संगीत में रुचि रखने वाले लोगों के लिए लता दीदी पूजनीय थीं. उनके एक ऐसे ही फैन हैं सुमन चौरसिया.
लता दीदी के लिए इंदौर में बनाया खास म्यूजियम:
60 की उम्र पार कर चुके सुमन चौरसिया मध्य प्रदेश के इंदौर में रहते हैं. उन्होंने ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर के गानों के 7,600 ग्रामोफोन रिकॉर्ड्स के कलेक्शन का म्यूजियम बनाया हुआ है. साल 2008 में उन्होंने पिगडंबर इलाके में 1600 स्क्वायर फ़ीट में इस म्यूजियम में तैयार किया था.
इस म्यूजियम को उन्होंने ‘लेट दीनानाथ मंगेशकर ग्रामोफोन रिकॉर्ड म्यूजियम’ नाम दिया है. उनका कहना है कि लता दीदी के इस तरह से जाने से उनके जैसे बहुत से संगीत प्रेमी सदमे में हैं. वह 2019 में आखिरी बार लता दीदी से मिले थे. और इसके बाद कोविड-19 के कारण दोबारा न मिल सके.
1965 से सहेज रहे हैं दीदी के गीत:
सुमन चौरसिया ने 1965 से लता दीदी के गानों के ग्रामोफोन रिकॉर्ड्स सहेजना शुरू किया था. और एक-एक करते-करते आज उनके पास 7,600 ग्रामोफोन रिकॉर्ड्स का कलेक्शन हो गया है. सुमन ने पीटीआई को बताया कि लता दीदी ने स्थानीय बोलियों सहित 32 भारतीय और विदेशी भाषाओं में गाने गाये हैं.
लता दीदी का जन्म इंदौर में हुआ था. इसलिए सुमन ने सोचा कि संगीत को अपना जीवन समर्पित कर देने वाली लता दीदी के लिए उनकी जन्मभूमि पर भी कुछ होना चाहिए. और उन्होंने यह म्यूजियम सेटअप किया. इस म्यूजियम में लता दीदी के गानों के अलावा उनकी तस्वीरें और किताबें भी हैं.