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काशी में है महादेव का चमत्कारी धाम, हर साल तिल भर बढ़ता है तिलभांडेश्वर शिवलिंग, देखें

कहते हैं कि काशी शिवरूप है. जिसने यहां जिस भी आकार में शंकर को खोजा है उसे शंकर ने उसी आकार में दर्शन दिए हैं. काशी में हर पग पर शंकर एक नए स्वरूप में दर्शन देते हैं. वाराणसी के भेलूपुर इलाके में भगवान शंकर का जीवन स्वरूप नजर आता है. भगवान शिव इस इलाके में तिलभांडेश्वर महादेव के स्वरूप में विराजमान हैं. काशी की मान्यता है कि भगवान शंकर का ये स्वरूप काशी के तीन प्राचीनतम शिवलिंगों में से एक है, जो स्वयंभू हैं. इतिहास काल में लाख खुदाई के बाद भी शिव के इस शिवलिंग की जड़ तक कोई नहीं पहुंच सका है. देखिए ये रिपोर्ट.

The Tilbhandeshwar Mahadev Temple is one of the oldest temples in the holy city of Varanasi. It is believed that the Shivling in this temple emerged by itself and its size increases every year by the size of a 'til'. Watch this report to know more about Tilbhandeshwar Mahadev Mandir.