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Special Gym for Women: चेन्नई में दिव्यांग महिलाओं के लिए खुला जिम, सिर्फ दिव्यांग महिलाएं करती हैं यहां कसरत... कई एथलीट्स को मिला वर्कआउट का ठिकाना

चेन्नई का यह जिम दिव्यांगों की खास जरूरतों को देखते हुए डिजाइन किया गया है. इस जिम में वर्कआउट करने वालों में कई पैरा एथलीट भी हैं. जिम ने दिव्यांग महिलाओं को सशक्त और मजबूत बनने के नए मौके खोले हैं. इन्हें फिटनेस का जुनून है वे उस जिम में जाकर वर्कआउट कर सकती हैं. 

Gym for Handicapped Women Gym for Handicapped Women

अपनी सीमाएं आप खुद बनाते हैं. सशक्तीकरण का यह अनोखा संदेश चेन्नई का एक खास जिम दे रहा है. इस जिम में सिर्फ दिव्यांग महिलाएं ही कसरत करती हैं. ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन के सहयोग से बेटर वर्ल्ड शेल्टर की ओर से चलाए जा रहे इस जिम में महिला पैरा-एथलीट और दिव्यांग महिलाएं फिटनेस का जुनून लिए कसरत करती हैं. आइए जानते हैं यह जिम उनके जीवन में कैसे सकारात्मक बदलाव ला रहा है.

स्पेशल एथलीट्स के लिए वरदान बना जिम
चेन्नई का यह जिम दिव्यांगों की खास जरूरतों को देखते हुए डिजाइन किया गया है. जिम का उपयोग करने वाली महिला खिलाड़ियों में से कुछ ने शॉटपुट, डिस्कस, जैवलिन और पावरलिफ्टिंग जैसी स्पर्धाओं में राज्य के लिए पुरस्कार जीते हैं. जिम ने दिव्यांग महिलाओं को सशक्त और मजबूत बनने के नए मौके खोले हैं. इन्हें फिटनेस का जुनून है वे उस जिम में जाकर वर्कआउट कर सकती हैं. 
 

इस जिम में पैरा-एथलीट भी वर्कआउट कर रही हैं.

इस जिम में वर्कआउट करने वाली एक पैरा एथलीट अरुण मोझी समाचार एजेंसी पीटीआई के साथ बात करते हुए कहती हैं, "सामान्य जिम में, कई सीढ़ियां होंगी. उन्हें चढ़ना मुश्किल है. जिम में कसरत करने वाले दूसरे लोग भी हमें अलग नजर से देखेंगे, जिससे हम असहज होंगे. यहां चूंकि हम पूरी तरह व्हीलचेयर पर घूमते हैं, इसलिए हम अपने व्यायाम पर बेहतर ध्यान दे सकते हैं और अगले उपकरण का इस्तेमाल कर सकते हैं. हमें अपने माता-पिता को समझाना होगा और साबित करना होगा कि हम आत्मनिर्भर हो सकते हैं. आप यहां दूसरों से भी सीख सकते हैं." 

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खास लोगों के लिए खास जिम
इस जिम की सबसे खास बात यह है कि यहां दिव्यांग महिलाओं को उन परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता, जो उन्हें पारंपरिक जिम में देखने को मिलती थीं. वे बिना किसी दूसरे इंसान की मदद लिए इस जिम की मशीनों का इस्तेमाल कर सकती हैं और वर्कआउट के लिए जरूरी मूवमेंट को अपने बलबूते पर अंजाम दे सकती हैं. महिलाएं आरामदेह माहौल में शरीर को फिट रखने के लिए एक्सरसाइज करती हैं.  इससे उनमें आत्मनिर्भर बनने की भावना मजबूत होती है. 
 

दिव्यांग महिलाएं बिना किसी बाहरी मदद के इन मशीनों का इस्तेमाल कर सकती हैं.

एक अन्य पैरा एथलीट एम. नादिया कहती हैं, "हम व्हीलचेयर पर बैठे हुए बाइसेप, चेस्ट और शोल्डर्स की मशीन को अपने आप संभाल सकते हैं. हम किसी से मदद नहीं लेते. इससे खुशी होती है." इस अनोखे जिम की कामयाबी के कारण दिव्यांग पुरुषों के लिए भी ऐसे ही जिम बनाने की मांग उठ रही है. मटिल्डा फोंसेसा, खेल संयोजक कहती हैं, "यहां इस तरह का जिम सिर्फ महिलाओं के लिए है. भविष्य में अगर पुरुषों के लिए भी इस तरह के जिम बनाए जाएं तो अच्छा रहेगा. दो या तीन जिम काफी फायदेमंद होंगे." 

पुरुषों के लिए ऐसा जिम भविष्य में जब भी बने, चेन्नई के इस स्पेशल जिम ने कई दिव्यांग महिलाओं के लिए फिटनेस को आसान बनाते हुए एक पहल तो छेड़ ही दी है.