scorecardresearch

RAS Result 2023: सिक्योरिटी गार्ड की बेटी बनी RAS अफसर, रिजल्ट के समय नाइट ड्यूटी पर थे पिता

राजस्थान में आरएएस परीक्षा के नतीजों में सिक्योरिटी गार्ड की बेटी ने सफलता हासिल की है. कोटपूतली-बहरोड़ जिले के गांव नांगल खोडिया की रहने वाली प्रीति यादव 218वीं रैंक हासिल की है. जब RAS का रिजल्ट आया तो वो नाइट ड्यूटी पर थे.

Preeti Yadav Preeti Yadav

राजस्थान में आरएएस परीक्षा का परिणाम जारी हुआ है. इसमें कोटपूतली-बहरोड़ जिले के गांव नांगल खोडिया की रहने वाली प्रीति यादव की चर्चा देशभर में हो रही है. प्रीति ने अपनी मेहनत और हौसले से यह साबित कर दिखाया कि इस दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है. RAS परीक्षा 2023 में उन्होंने 218वीं रैंक हासिल की और पूरे क्षेत्र का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया. प्रीति के पिता नीमराना स्थित एक फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड का काम करते हैं. जैसे ही प्रीति ने अपने पिता को फोन करके यह खुशखबरी की जानकारी दी तो उनकी आंखों से आंसू निकलने लगे.

सिक्योरिटी गार्ड की बेटी का कमाल-
कोटपूतली-बहरोड़ जिले के गांव नांगल खोडिया की रहने वाली प्रीति यादव ने आरएएस परीक्षा में अपने दूसरे प्रयास में 218वीं रैंक हासिल की है. प्रीति की इस सफलता के पीछे एक बड़ा संघर्ष छिपा है. प्रीति के पिता इंद्राज यादव नीमराना की एक फैक्ट्री में सिक्योरिटी गार्ड के रूप में काम करते हैं. जब RAS का रिजल्ट आया तो वो नाइट ड्यूटी पर थे. उसी समय प्रीति ने उन्हें फोन किया और कहा कि पापा, मैं RAS बन गई. यह सुनकर पिता की आंखों में आंसू आ गए. लेकिन वो आंसू खुशी और गर्व के थे. प्रीति ने यह सफलता अपने दूसरे प्रयास में हासिल की. सीमित संसाधनों और गांव के साधारण माहौल में पढ़ाई करना आसान नहीं था. लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी ओर उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ खुद पर विश्वास बनाए रखा और आज वो राज्य की अधिकारी बन गई हैं.

सभी फील्ड से जुड़े सवाल पूछे गए- प्रीति
प्रतिनिदेश के युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि युवाओं को अपना लक्ष्य निर्धारित करना होगा और सोशल मीडिया से दूरी बनानी होगी. सोशल मीडिया से दूरी बनाने के बाद लगातार अपने प्रयास में लगे रहें. सफलता निश्चित रूप में मिलेगी. उन्होंने अपनी पढ़ाई और परीक्षा के दौरान के अनुभव भी साझा किया. प्रीति ने बताया कि उनसे सभी फील्ड से जुड़े हुए सवाल इंटरव्यू में पूछे गए. उन्होंने इंटरव्यू में अपना बेहतर प्रदर्शन किया.

प्रीति की कामयाबी की खबर जैसे ही गांव में फैली लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई. आस-पड़ोस के लोग, रिश्तेदार और शिक्षक सभी उन्हें बधाइयां देने पहुंचने लगे. खासकर गांव की लड़कियों के लिए प्रीति अब एक प्रेरणा बन चुकी हैं. प्रीति की संघर्ष के बाद मिली सफलता की चर्चा अब पूरे देश में हो रही है लोग उनके पिता को बधाई दे रही हैं.

(हिमांशु शर्मा की रिपोर्ट)

ये भी पढ़ें: