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एक मकसद-शहर में कोई भूखा ना सोए, जानिए वाराणसी के रोटी बैंक की कहानी

वाराणसी के रोटी बैंक के बारे में आपने जरूर सुना होगा. इसके संस्थापक तो अब इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनका रोटी बैंक लोगों की भूख मिटा रहा है. 2017 में समाजसेवी किशोरकांत ने वाराणसी रोटी बैंक की स्थापना की थी. वाराणसी की गलियों में किशोरकांत गरीबों के पेट की आग बुझाने अकेले निकले थे... लोग मिलते गए...कारवां बनता गया. चार साल गुजर गए, रोटी बांटते-बांटते किशोरकांत एक दिन कोरोना के शिकार हो चल बसे. लेकिन भूख के खिलाफ जंग के कुछ और हीरोज तब तक सामने आ गए और सिलसिला हर रात जारी है. देखें वीडियो

In 2017, Varanasi Roti Bank was founded by social worker Kishorekant. while distributing bread, Kishorekant one day succumbed to Corona. But then some more heroes of the war against hunger have come to the fore and the cycle continues every night. Watch the video to know more.