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पेशे से वकील, नहीं है आंखों में रोशनी, राहुल लिख रहे कामयाबी की कहानी

27 साल के राहुल बजाज पेशे से वकील है लेकिन इनकी कहानी बेहद दिलचस्प है. राहुल बजाज देख नहीं सकते हैं. राहुल के जज्बे और हुनर को पूरी दुनिया देख रही है. बचपन से आंखों की रोशनी न होने की वजह से राहुल बजाज शुरू से मुश्किलों का सामना कर रहे थे. वे अपना मुश्किल से मुश्किल काम खुद करते हैं. राहुल बजाज की कोशिशें नेत्रहीनों की दुनिया संवार रही हैं. देखें वीडियो.

Rahul Bajaj is an Advocate by profession. He can not see. Despite being disabled by eyes, he is creating a milestone for others. Disability can be a strength, not a weakness. Watch his success story, in this video.