सुबह का नाश्ता बहुत ज़रूरी होता है, खासकर तब जब आप अपना ब्लड शुगर स्टेबल रखना चाहते हैं. रात भर का फास्ट रहने के बाद यह दिन का पहला भोजन होता है. लेकिन अगर आपने अपना नाश्ता सही किया हो, तो यह आपके ग्लूकोज को अचानक बढ़ने और घटने से रोक सकता है. नाश्ते में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले इंग्रीडिएंट चुनना सेहत के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है.
लो-GI ब्रेकफास्ट ऑप्शन्स
तीन नाश्ता ऐसे हैं जो लो-GI, पौष्टिक और संतुलित हैं. इनमें प्रोटीन, फाइबर, और हेल्दी फैट्स का सही मात्रा होती है, ताकि ब्लड शुगर धीरे-धीरे रिलीज हो और लंबे समय तक स्थिर रहे.
ओट्स, ऑमलेट का सेवन सब्ज़ियों के साथ.
यह एक हेल्दी नाश्ता साबित हो सकता है. ओट्स में सब्जियां जैसे टमाटर, शिमला मिर्च और पालक डालने से न सिर्फ स्वाद बढ़ता है, बल्कि फाइबर और विटामिन भी मिलते हैं. इन सब के साथ आप नाश्ते में ऑमलेट भी जोड़ सकते हैं जो प्रोटीन के लिए अच्छा सोर्स है.
टोफू स्क्रैम्बल के साथ होल वीट या सोरडो ब्रेड
यह वेजिटेरियन और प्लांट-प्रोटीन का एक बेस्ट ऑप्शन है. टोफू में चाहे तो थोड़ा मसाला जैसे हींग, हल्की हल्दी, काली मिर्च और नमक मिलाकर फिर टोफू को मसलकर सब्ज़ियों के साथ पका सकते हैं. ऐसा करने से स्वाद भी बढ़ जाता है. इसे सोरडो ब्रेड या होल-व्हीट ब्रेड के साथ खाया जा सकता है. सोरडो ब्रेड में लो GI होता है, जो शुगर कंट्रोल करने में एक्सपर्ट है.
ज्वार उपमा के साथ सब्जियां
ज्वार एक अनाज है, और इलमें फाइबर की भरपूर होती है. लो GI होने के कारण यह ब्लड शुगर को एकदम से बढ़ने से रोकता है. इसमें सब्जियां जैसे गाजर, मटर, प्याज मिलाकर इसका उपमा बना सकते हैं. यह एक पौष्टिक आहार साबित हो सकता है. इसके साथ आप दही, खीरा और पुदीना का रायता भी ले सकते हैं, ताकि प्रोटीन के साथ पेट को भी थोड़ी ठंडक मिले.
(यह जानकारी सामान्य सलाह के लिए है. यदि आपको डायबिटीज़ या अन्य स्वास्थ्य समस्या है, तो अपने डॉक्टर या एक डायटीशियन की सलह से ही नाश्ते में इन सब को जोड़े.)
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