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बच्चों की वैक्सीन को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया जवाब, कहा- मार्किट ऑथेंटिकेशन पर हो रहा है विचार

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने लिखित उत्तर के माध्यम से इसकी जानकारी देते हुए कहा, "इस सिफारिश की जांच की जा रही है और सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) को अतिरिक्त जानकारी देने का भी अनुरोध किया गया है."

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
हाइलाइट्स
  • केंद्र सरकार मार्किट ऑथेंटिकेशन के संबंध में सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की सिफारिश की जांच कर रही है

  • राज्यसभा में पूछा गया था सवाल

  • सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने की अप्रूवल की सिफारिश

कोरोना वायरस के खिलाफ इस वक्त वैक्सीन सबसे कारगर उपाय है. देश में बच्चों की वैक्सीन को लेकर सब उत्सुक हैं. मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यसभा में बताया कि वह बच्चों की वैक्सीन को बाजार में कब लाना चाहिए इसपर विचार कर रही है. केंद्र सरकार 2 से 18 साल के बच्चों के लिए कोवैक्सीन के उपयोग के लिए मार्किट ऑथेंटिकेशन (Market Authentication) के संबंध में सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) की सिफारिश की जांच कर रही है.

सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने की अप्रूवल की सिफारिश 

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने लिखित उत्तर के माध्यम से इसकी जानकारी देते हुए कहा, "इस सिफारिश की जांच की जा रही है और सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) को अतिरिक्त जानकारी देने का भी अनुरोध किया गया है."

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने आगे कहा कि भारत बायोटेक ने जो 2 से 18 साल के बच्चों के लिए वालंटियर्स पर कोवैक्सीन के जो दूसरे और तीसरे क्लीनिकल ट्रायल किये हैं, उसपर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने विचार किया है. उन्होंने आगे कहा, "कमिटी ने अलग-अलग शर्तों के साथ इमरजेंसी सिचुएशन में रिस्ट्रिक्टेड उपयोग के लिए 2 से 18 साल की उम्र वालों के लिए  मार्किट ऑथराइजेशन देने की सिफारिश की है. 

राज्यसभा में पूछा गया था सवाल 

गौरतलब है कि राज्यसभा सदस्य तिरुचि शिवा द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में ये जानकारी दी है. सांसद ने पूछा था कि क्या यह सच है कि एक्सपर्ट पैनल ने भारत बायोटेक की कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) को 2-18 साल के बच्चों पर इस्तेमाल करने की सिफारिश की है.

दरअसल, बच्चों के लिए भारत बायोटेक ने अपनी वैक्सीन बनाई है. बच्चों के लिए कोरोना वायरस बीमारी के खिलाफ वैक्सीन का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है क्योंकि अब स्कूल खुल रहे हैं. वहीं, कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) की बढ़ती चिंता के बीच, बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन का आना और भी जरूरी हो गया है.