
क्या आप भी रोज़ाना 10,000 स्टेप्स पूरा करने की जद्दोजहद में लगे रहते हैं और फिर भी थकान या मायूसी महसूस करते हैं? अगर हां, तो अब समय है इस पुराने नियम को भूलने और अपनाने का जापानी वॉकिंग टेक्निक! जी हां, जापान से निकली यह नई फिटनेस ट्रिक दुनिया भर में तेजी से पॉपुलर हो रही है और रिसर्च कहती है कि यह पारंपरिक 10,000 स्टेप्स वॉकिंग से कहीं ज्यादा असरदार है.
आखिर क्या है जापानी वॉकिंग टेक्निक?
इसे इंटरवल वॉकिंग ट्रेनिंग कहा जाता है. यानी, इसमें सिर्फ कदमों की गिनती नहीं होती, बल्कि क्वालिटी और इंटेंसिटी पर फोकस किया जाता है. इसमें व्यक्ति 3 मिनट धीमी चाल से चलता है और फिर अगले 3 मिनट तेज़ रफ्तार से ऐसे चलता है जैसे किसी जरूरी मीटिंग के लिए भाग रहा हो. इस पैटर्न को 30 मिनट तक दोहराया जाता है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. सौरभ सेठी, गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, अपने एक वीडियो में कहते हैं, "अगर आप रोज़ाना सिर्फ 30 मिनट यह टेक्निक अपनाते हैं, तो नतीजे इतने चौंकाने वाले होंगे कि आप खुद हैरान रह जाएंगे."
7 कारण क्यों जापानी वॉकिंग टेक्निक है ज्यादा दमदार
1. ब्लड प्रेशर रहेगा कंट्रोल में
-हाई ब्लड प्रेशर आजकल हर तीसरे इंसान की समस्या बन चुका है. जापानी वॉकिंग ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाती है और हाइपरटेंशन का रिस्क घटाती है.
2. स्ट्रोक का खतरा कम
-जब खून का बहाव बेहतर होगा और ब्लॉकेज कम होंगे तो स्ट्रोक का रिस्क अपने आप कम हो जाएगा. जापानी रिसर्च में यह साबित हुआ है कि इंटरवल वॉकिंग दिमाग की नसों पर पॉजिटिव असर डालती है.
3. मूड रहेगा फ्रेश
-वर्क प्रेशर, स्ट्रेस और चिंता से घिरे लोगों के लिए यह टेक्निक वरदान है. तेज़ और धीमी चाल का कॉम्बिनेशन एंडोर्फिन हॉर्मोन रिलीज करता है, जो आपको खुश और रिलैक्स महसूस कराता है.
4. इम्युनिटी होगी मजबूत
-नियमित इंटरवल वॉकिंग करने से आपका शरीर बीमारियों से लड़ने के लिए ज्यादा सक्षम हो जाता है. यानी, सर्दी-जुकाम से लेकर बड़ी इंफेक्शन तक से बचाव.
5. नींद आएगी गहरी
-आज की भागदौड़ में सबसे बड़ी समस्या है स्लीप डिसऑर्डर. जापानी वॉकिंग पैटर्न न सिर्फ जल्दी नींद लाने में मदद करता है बल्कि आपकी नींद को गहरा और क्वालिटी युक्त बनाता है.
6. दिल और फेफड़ों की फिटनेस बढ़ेगी
-ब्रिस्क वॉकिंग से दिल की धड़कन तेज़ होती है और यह कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम के लिए बेहद फायदेमंद है. जापानी वॉकिंग आपके दिल और फेफड़ों को मजबूत बनाती है.
7. जोड़ों पर नहीं पड़ेगा बोझ
-अगर आप रनिंग करते हैं तो घुटनों और जोड़ों पर दबाव पड़ता है. लेकिन इंटरवल वॉकिंग में ऐसा नहीं होता. यह टेक्निक जोड़ों के लिए सेफ और लॉन्ग-टर्म फ्रेंडली है.
कैसे शुरू करें जापानी वॉकिंग?
क्यों है ये टेक्निक खास?
तो अब अगर आप रोज़ाना 10,000 स्टेप्स के चक्कर में थक चुके हैं, तो इस जापानी राज़ को अपनी दिनचर्या में शामिल कीजिए. सिर्फ 30 मिनट की जापानी वॉकिंग टेक्निक आपके शरीर और दिमाग दोनों को नई ऊर्जा दे सकती है.