
यूपी की रसोई में आलू की दर्जनों वैरायटीज मिलती हैं. जीरा आलू, दम आलू, खट्टी-मीठी सब्जी, रसेदार आलू लेकिन ज्यादातर घरों में मट्ठा आलू लोगों की पहली पसंद है. छाछ यानी मट्ठे में पकाई जाने वाली ये बिना प्याज-लहसुन की सब्जी का स्वाद एक बार जो चख ले बिना बनाए नहीं रह पाएगा. आप इसे पूड़ी या पराठे के साथ खा सकते हैं. खास बात ये है कि इसमें टमाटर, प्याज, लहसुन का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं होता.
कैसे बनता है मट्ठा आलू? जानिए खास तरीका
एक पैन में सबसे पहले जीरा, तेजपत्ता, काली मिर्च और बड़ी इलायची जैसे साबुत मसालों का तड़का दिया जाता है.
फिर अदरक और हरी मिर्च डाली जाती है.
हल्दी, लाल मिर्च और धनिया पाउडर के साथ उबले हुए आलू मिलाकर कुछ देर पकाया जाता है.
आखिर में मट्ठा (छाछ) को धीरे-धीरे डालते हुए धीमी आंच पर पकाया जाता है ताकि स्वाद अच्छी तरह से घुल जाए.
ऊपर से कसूरी मेथी और हरा धनिया डालकर परोसा जाता है.
स्वाद के साथ सेहत भी
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो मट्ठा में मौजूद प्रोबायोटिक्स पेट की सेहत सुधारते हैं. यह डिश बहुत कम तेल में बनती है, जिससे ये डाइट कॉन्शस लोगों के लिए भी परफेक्ट है. बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक हर उम्र के लोग इसे आसानी से खा सकते हैं.
कब खाएं और कैसे परोसें?
मट्ठा आलू को गरमा-गरम पूड़ी, तवा पराठा या सादी रोटी के साथ खाया जा सकता है.
कुछ लोग इसे चावल के साथ भी पसंद करते हैं, खासकर जब भूख कम हो या गर्मी ज्यादा हो.
गर्मियों में दोपहर के खाने में ये डिश ठंडक और ताजगी का अहसास देती है.