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Nailpaint Side Effects: आपकी नेल पॉलिश में छुपा है जहर? यूरोप में बैन हुई जेल पॉलिश की यह खतरनाक केमिकल, लेकिन क्यों?

खूबसूरत और चमकदार नाखूनों की चाहत में हम अक्सर उस खतरे को नजरअंदाज कर देते हैं, जो हमारी त्वचा और शरीर पर छुपा असर डाल रहा होता है. यूरोप का यह बैन एक साफ चेतावनी है कि अब वक्त आ गया है कि हम भी अपनी ब्यूटी रूटीन को लेकर सतर्क हो जाएं.

Gel nail polish ban in Europe Gel nail polish ban in Europe

क्या आप भी अक्सर जेल नेल पॉलिश लगवाती हैं और चमकदार, टिकाऊ नाखूनों पर फिदा रहती हैं? तो यह खबर आपके लिए बेहद ज़रूरी है. यूरोपियन यूनियन (EU) ने हाल ही में जेल नेल पॉलिश में इस्तेमाल होने वाले एक अहम केमिकल पर बैन लगा दिया है. वजह? यह कंपाउंड आपके स्वास्थ्य, त्वचा और यहां तक कि फर्टिलिटी पर गंभीर असर डाल सकता है.

कौन सा कंपाउंड है खतरे में?

EU ने Trimethylbenzoyl Diphenylphosphine Oxide (TPO) पर रोक लगाई है. यह वही केमिकल है जो UV या LED लाइट की मदद से नेल पॉलिश को जल्दी सुखाता है और उसे कांच जैसी चमक देता है. लेकिन, कई स्टडीज़ में पाया गया है कि TPO से त्वचा की एलर्जी, DNA डैमेज, फर्टिलिटी की समस्या और यहां तक कि कैंसर का खतरा बढ़ सकता है.

डॉक्टरों की चेतावनी

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, नई दिल्ली के डॉ. चांदनी जैन गुप्ता, डर्मेटोलॉजिस्ट और एस्थेटिक फिजिशियन, कहती हैं, "ज्यादातर स्टडीज जानवरों पर हुई हैं, लेकिन इंसानों पर भी इसके लंबे समय तक असर से इंकार नहीं किया जा सकता. बार-बार जेल पॉलिश इस्तेमाल करने वाली कई महिलाओं में संवेदनशीलता और एलर्जी की शिकायतें देखी जा रही हैं."

कैसे असर डालता है TPO?

  • यह शरीर में Reactive Compounds छोड़ता है जो त्वचा, आंख और सांस की नली में जलन पैदा कर सकते हैं.
  • लगातार इस्तेमाल से Contact Dermatitis (त्वचा पर लाल चकत्ते, खुजली) हो सकती है.
  • नाखूनों के आसपास की त्वचा लाल हो सकती है, छिल सकती है और नाखून भंगुर या पीले पड़ सकते हैं.
  • लंबे समय तक केमिकल का एक्सपोजर इम्यून सिस्टम को भी प्रभावित कर सकता है.

UV लाइट से डबल खतरा!

  • जेल पॉलिश को सख्त करने के लिए इस्तेमाल होने वाले UV और LED लैम्प्स भी उतने ही खतरनाक हैं.
  • बार-बार एक्सपोजर से स्किन एजिंग (झुर्रियां जल्दी आना) और स्किन कैंसर का रिस्क बढ़ सकता है.
  • ज्यादातर लोग इन लैम्प्स का इस्तेमाल करते समय प्रोटेक्टिव ग्लव्स नहीं पहनते, जिससे सीधा असर त्वचा पर पड़ता है.
  • डॉक्टरों का कहना है कि कभी-कभार जेल पॉलिश लगाना बड़ी समस्या नहीं है. लेकिन लगातार और लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करना खतरनाक हो सकता है.

सैलून वर्कर्स के लिए भी खतरा

सबसे बड़ा जोखिम उन सैलून वर्कर्स को है जो रोज़ाना इन प्रोडक्ट्स के संपर्क में रहते हैं. बार-बार TPO वाले प्रोडक्ट्स छूने से उन्हें लगातार एलर्जी और त्वचा संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. लंबे समय तक यह उनकी सेहत पर स्थायी नुकसान भी छोड़ सकता है.

अब क्या करें?

  1. अगली बार जेल पॉलिश लगवाने से पहले यह जरूर देखें कि उसमें TPO मौजूद है या नहीं.
  2. कोशिश करें कि TPO-फ्री, 3-फ्री या 5-फ्री नेल पॉलिश का इस्तेमाल करें.
  3. पारंपरिक नेल पॉलिश सुरक्षित विकल्प है. भले ही उसे बार-बार टच-अप करना पड़े, लेकिन वह ज्यादा सुरक्षित मानी जाती है.
  4. UV/LED लैम्प का इस्तेमाल करते समय प्रोटेक्टिव ग्लव्स पहनना बेहद जरूरी है.

न करें इसे नजरअंदाज

खूबसूरत और चमकदार नाखूनों की चाहत में हम अक्सर उस खतरे को नजरअंदाज कर देते हैं, जो हमारी त्वचा और शरीर पर छुपा असर डाल रहा होता है. यूरोप का यह बैन एक साफ चेतावनी है कि अब वक्त आ गया है कि हम भी अपनी ब्यूटी रूटीन को लेकर सतर्क हो जाएं.

सुंदर नाखूनों से ज्यादा कीमती आपकी सेहत है, अगली बार जेल पॉलिश लगवाने से पहले दो बार सोचिए!