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Shefali Jariwala Death update: क्या एंटी एजिंग ट्रीटमेंट और Heart Attack का कोई लिंक है? इसकी दवा कितनी सुरक्षित है? डॉक्टर क्या कहते हैं?

डॉ. प्रदीप कुमार सिंह की सलाह है कि खूबसूरती के साथ-साथ अपनी जिंदगी को भी प्राथमिकता दें. अगर आप भी ऐसे ट्रीटमेंट्स लेने की सोच रहे हैं, तो पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें और सुनिश्चित करें कि आपका शरीर इसके लिए तैयार है. 

एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट

चमकती स्किन और जवां लुक के लिए लोग आए दिन नए-नए तरीके अपनाते हैं. एंटी-एजिंग ट्रीटमेंट में ग्लूटाथियोन इंजेक्शन या हाई-डोज विटामिन C ड्रिप्स भी इन्हीं का हिस्सा है. हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला की अचानक हुई मौत ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है. उनके घर से मिले ग्लूटाथियोन और स्किन ग्लो मेडिकेशन की गोलियां और शीशियां कई सवाल खड़े कर रही हैं. 

पुलिस इस मामले में हर पहलू की जांच कर रही है, खासकर शेफाली के फास्टिंग और इन दवाओं के बीच के लिंक को. इसे लेकर आर्टेमिस हॉस्पिटल्स के कॉस्मेटिक और प्लास्टिक सर्जरी डिपार्टमेंट के हेड डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने इस बारे में GNT डिजिटल को बताया. 

शेफाली जरीवाला की मौत का रहस्य
पुलिस को शेफाली जरीवाला के घर से ग्लूटाथियोन और स्किन ग्लो से जुड़ी दवाओं के डब्बे और शीशियां मिली हैं. पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट का इंतजार है, लेकिन जांचकर्ता इस बात की पड़ताल कर रहे हैं कि क्या इन दवाओं का सेवन, खासकर उपवास के दौरान, उनकी असमय मृत्यु का कारण बन सकता है. शेफाली की मौत ने एक बार फिर से एंटी-एजिंग और स्किन ग्लो ट्रीटमेंट्स की सुरक्षा पर सवाल उठा दिए हैं.

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क्या ये इंजेक्शन और गोलियां, जो चमकती स्किन का वादा करती हैं, वाकई इतनी खतरनाक हो सकती हैं? डॉ. प्रदीप कुमार सिंह की मानें, तो जवाब है- हां, ये जानलेवा भी हो सकते हैं, खासकर अगर इन्हें गलत तरीके से या बिना डॉक्टरी सलाह के लिया जाए.

ग्लूटाथियोन और विटामिन C
ग्लूटाथियोन और हाई-डोज विटामिन C आजकल खूबसूरती बढ़ाने और जवां दिखने के लिए ट्रेंड में हैं. लोग इन्हें इंजेक्शन या ड्रिप्स के रूप में लेते हैं, यह सोचकर कि ये प्राकृतिक और सुरक्षित हैं. लेकिन डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने चेतावनी दी है कि ये "प्राकृतिक" ट्रीटमेंट्स भी दवाओं की तरह शक्तिशाली हो सकते हैं और गलत इस्तेमाल से गंभीर खतरे पैदा कर सकते हैं. 

विटामिन C ड्रिप्स को त्वचा को चमकाने और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. ये ब्लड वेसल्स को खोलकर ब्लड प्रेशर को थोड़ा कम करते हैं. डॉ. सिंह के अनुसार, जिन लोगों को पहले से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है, उनके लिए यह फायदेमंद हो सकता है. लेकिन अगर आप उपवास कर रहे हैं और शरीर में पानी या इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी है, तो विटामिन C का यह प्रभाव खतरनाक हो सकता है.

इससे ब्लड प्रेशर में अचानक गिरावट, चक्कर आना, बेहोशी, और बहुत दुर्लभ मामलों में हृदय की अनियमित धड़कन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. उपवास के दौरान शरीर पहले से ही कमजोर होता है, और ऐसे में हाई-डोज ड्रिप्स लेना जोखिम को और बढ़ा सकता है.

स्किन ग्लो या जान का जोखिम?
ग्लूटाथिओन इंजेक्शन स्किन को गोरा और जवां बनाने के लिए काफी लोकप्रिय हैं. लेकिन डॉ. सिंह बताते हैं कि ये इंजेक्शन ब्लड वेसल्स के टोन और शरीर में तरल पदार्थों के संतुलन को बदल सकते हैं. इससे चक्कर आना, कमजोरी, और कुछ मामलों में सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं. खासकर उपवास के दौरान, जब शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स और पानी की कमी होती है, ग्लूटाथियोन का प्रभाव और खतरनाक हो सकता है. 

डॉ. सिंह ने बताया कि हृदय कोशिकाओं में ग्लूटाथियोन की कमी को अनियमित हृदय गति (Arrhythmias) से जोड़ा गया है. हालांकि, अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं है कि ग्लूटाथियोन इंजेक्शन सीधे तौर पर हृदय गति रुकने (Cardiac Arrest) का कारण बनते हैं, लेकिन उपवास के दौरान इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन के साथ इनका इस्तेमाल जोखिम को बढ़ा सकता है. शेफाली जरीवाला के मामले में पुलिस इसी संभावना की जांच कर रही है कि क्या उपवास और इन इंजेक्शनों का कोई घातक कॉम्बिनेशन उनकी मृत्यु का कारण बना.

ये ट्रीटमेंट्स कितने सेफ, कितने रिस्की?
लोग अक्सर ग्लूटाथियोन और विटामिन C जैसे ट्रीटमेंट्स को सुरक्षित मान लेते हैं क्योंकि ये "प्राकृतिक" या "विटामिन" की श्रेणी में आते हैं. लेकिन डॉ. सिंह ने स्पष्ट किया कि ये प्राकृतिक होने के बावजूद दवाओं की तरह काम करते हैं, खासकर जब इन्हें इंजेक्शन या हाई-डोज ड्रिप्स के रूप में लिया जाता है. इनके कुछ गंभीर जोखिम हैं:

1. ग्लूटाथियोन के खतरे

  • ग्लूटाथियोन को त्वचा गोरी करने के लिए FDA ने मंजूरी नहीं दी है.
  • अधिक मात्रा में लेने से मतली, पेट में ऐंठन, सांस लेने में तकलीफ, और ब्लड प्रेशर में कमी हो सकती है.
  • किडनी की समस्या या ग्लूकोज-6-फॉस्फेट डिहाइड्रोजनेज की कमी वाले लोगों के लिए यह विशेष रूप से खतरनाक है.

2. हाई-डोज विटामिन C के जोखिम

  • इससे किडनी स्टोन, इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन, और ब्लड थिनर दवाओं का प्रभाव कम होने का खतरा रहता है.
  • उपवास या डिहाइड्रेशन की स्थिति में यह ब्लड प्रेशर को खतरनाक स्तर तक कम कर सकता है.

3. उपवास के साथ खतरा

  • उपवास के दौरान शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी होती है, जिससे इन ट्रीटमेंट्स के साइड इफेक्ट्स और गंभीर हो सकते हैं.
  • अचानक ब्लड प्रेशर गिरने से बेहोशी, शॉक, या हृदय की समस्याएं हो सकती हैं.

डॉ. सिंह की सलाह
डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने साफ शब्दों में कहा, “खूबसूरती के लिए अपनी जान को जोखिम में न डालें. ग्लूटाथियोन और विटामिन C जैसे ट्रीटमेंट्स को बिना डॉक्टरी सलाह के कभी न लें, खासकर अगर आप उपवास कर रहे हैं.” उन्होंने जोर देकर कहा कि इन ट्रीटमेंट्स को हमेशा लाइसेंस्ड मेडिकल प्रोफेशनल की देखरेख में लेना चाहिए. साथ ही, अगर आपको कोई पुरानी बीमारी जैसे डायबिटीज, किडनी की समस्या, या हृदय रोग है, तो इन ट्रीटमेंट्स से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें.