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Stomach Bloating Problem: भारत में ज्यादातर लोगों का पेट क्यों निकलता है? ये है असली वजह

भारत में पेट फूलने की समस्या आम है. ज्यादातर लोग इस समस्या से परेशान हैं. इससे निजात पाने के लिए डाइट पर विशेष फोकस करने की जरूरत है. हाई फाइबर, लो प्रोटीन वाली डाइट से आंत में एक्सेस फर्मेंटेशन होता है. जिसकी वजह से ब्लोटिंग, गैस और पाचन में समस्या आने लगती है.

Stomach Bloating Problem (Photo/Meta AI) Stomach Bloating Problem (Photo/Meta AI)

भारत में ज्यादातर लोगों के पेट निकले हुए होते हैं. चाहे उनका वजह ज्यादा हो या कम, लेकिन पेट बाहर होना आम है. लेकिन यह सिर्फ चर्बी की समस्या नहीं है, बल्कि यह एक पाचन समस्या है, जो अधिक समय तक नजरअंदाज करने से हुई है. पेट निकलने के पीछे फैटी लीवर, क्रोनिक ब्लोटिंग, इनडाइजेशन और छोटी आंत में बैक्टीरियों की अधिक बढ़ोतरी काम करता है. ज्यादातर लोग इसके पीछे की वजह स्ट्रेस, उम्र बढ़ना या एक्सरसाइज नहीं करने को मानते हैं. लेकिन इसके पीछे के असली वजह को भूल जाते हैं. निकलनी तोंद की असली वजह खानपान से जुड़ी है.

शाकाहारी भोजन है इसके पीछे वजह?
भारत में दुनिया में प्रति व्यक्ति मांस की खपत सबसे कम है. हाई फाइबर, लो प्रोटीन वाली डाइट से आंत में एक्सेस फर्मेंटेशन होता है. जिसकी वजह से ब्लोटिंग, गैस और पाचन में समस्या आने लगती है. बकरियों और गुरिल्ला जैसे शाकाहारी जानवरों में एक बड़ा पेट सामान्य है, जो पोषक तत्व बनाने के लिए आंत में फाइबर को फर्मेंट करते हैं. लेकिन इंसान शाकाहारी नहीं है. हम इतने फर्मेंटेशन के लिए नहीं बने हैं.

शाकाहारी भोजन से क्या होता है?
शाकाहारी भोजन से ज्यादा फर्मेंटेशन होता है. अनाज और प्रोसेस्ड फूड से बहुत ज्यादा फाइबर मिलता है. पेट में एसिड की कमी होती है. छोटी आंत में बैक्टीरिया की अधिक बढ़ोतरी होती है. इसकी वजह से पेट फूलना, डकार आना, दर्द और सूजन होने लगता है. ये सब छोटी आंत में बैक्टीरिया में बढ़ोतरी के संकेत हैं.

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड भी खतरनाक-
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड और भी खतरनाक हैं और ये भारत में हर जगह मिलते हैं. इसकी खपत भारत में खूब होती है. अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में सस्ता होता है और सुविधाजनक तौर पर हर जगह मिल जाता है. लेकिन इसमें ग्लूकोज सिरप, रिफाइंड स्टार्च और इंडस्ट्रियल सीड ऑयल होता है. इन सबकी वजह से आंत की परत को नुकसान होता है और इससे खराब बैक्टीरिया को बढ़ावा मिलता है.

रोजाना एंटासिड लेना नुकसानदायक-  
कई लोग रोजाना एंटासिड लेते हैं, जो इसे और भी बदतर बना देते हैं. इससे पेट में एसिड और भी कम हो जाता है. जिसकी वजह से पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है. अकसर डॉक्टर असली वजह नहीं पकड़ पाते हैं. वे लक्षण का इलाज करते हैं. लेकिन आहार को लेकर उनको ज्यादा जानकारी नहीं होती है.

पेट फूलने को ठीक करने के लिए क्या करना चाहिए?
अगर आप पेट फूलने की समस्या से निजात पाना चाहते हैं तो आपको क्या करना चाहिए. इसके लिए बुनियादी बातों से शुरुआत करना चाहिए. सबसे पहले पेट फूलने वाले फूड्स को हटा दें. रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट और प्रोसेस्ड स्नैक्स का सेवन कम कर दें. अनाज और ज्यादा फाइबर का सेवन कम करना चाहिए. इसके साथ दिनभर खाना बंद करना चाहिए. बार-बार स्नैक्स खाने से पाचन तंत्र पर दबाव बढ़ता है. पेट को ठीक करने के लिए समय समय पर इंटरमिटेंट फास्टिंग करनी चाहिए.

पेट फूलने से रोकने के लिए आपको पूरी तरह से मांसाहारी बनने की जरूरत नहीं है. लेकिन एनिमल प्रोटीन बढ़ाने से मदद मिलती है. अंडे, मछली और मांस हाई फाइबर वाले फूड्स के मुकाबले पचने में आसान होते हैं. मांस में ग्लूटामाइन होता है, जो पेट की परत को ठीक करने में मदद करता है.

बीटाइन हाइड्रोक्लोराइड एक अच्छा उपाय-
पेट फूलने की समस्या से निजात पाने के लिए एक उपाय बीटाइन हाइड्रोक्लोराइड है. यह पेट के एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है. अगर आपको अल्सर या गैस्ट्राइटिस नहीं है तो इसे खाने से पहले लेना चाहिए. यह पाचन में सुधार करता है और माइक्रोब्स को छोटी आंत में घुसने से रोकता है. पेट फूलना इस बात का संकेत है कि आपकी आंत में स्ट्रेस है. इससे निजात पाने के लिए आहार में सुधार करना चाहिए. इससे पेट अपने आप सपाट हो जाएगा.

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