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पुरातत्व विभाग की अब तक खोज होगी शुरू, देश के 15 राज्यों के 31 साइटों पर होगी खुदाई

आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने अब देश की 35 जगह पर नए इतिहास को सामने लाने का फैसला किया है. ये 35 स्थान देश के 15 राज्यों में चिन्हित किए गए है.

पुरातत्व विभाग की अब तक खोज होगी शुरू पुरातत्व विभाग की अब तक खोज होगी शुरू
हाइलाइट्स
  • देश की पौराणिक धरोहर को सामने लाने की कोशिश

  • दिल्ली के पुराने किले में नई खोज का हिस्सा

भारत की हजारों साल की सभ्यता ही भारत के इतिहास की झलक पेश करती है. शायद ये ही वजह है हमेशा जब भी आप इतिहास की झलक देखने उसको निकलने का प्रयास करेंगे, तब ही आपको नई कहानी सामने देखने मिलेगी. 

देश की पौराणिक धरोहर को सामने लाने की कोशिश
पुरातत्व विभाग लगातार इस प्रयास में पिछले कुछ साल में है, की देश की पौराणिक धरोहर सामने लाई जाए. इतिहास से देश की जनता को रूबरू कराया जाए, फिर चाहे वो सिनौली में 3500 से 4000 साल पुरानी सभ्यता को सामने लाने का प्रयास हो या फिर रखी गड़ी में हजारों साल के अवशेष हो. ऐसे में अब आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने अब देश की 35 जगह पर नए इतिहास को सामने लाने का फैसला किया है. ये 35 स्थान देश के 15 राज्यों में चिन्हित किए गए है.

इस नई खोज में पुरातत्व विभाग की कोशिश है की अब तक सामने आ चुके अवशेषों के साथ नई सभ्यता को लोगों के सामने लाया जाए. इस नई खोज में बागपत की तिलवारा सकिन गांव में अब तक चांदी के सिक्के और मौर्य काल के सिक्के मिले हैं. इसके अलावा यहां पर कई मिट्टी के बर्तन भी एक्सकैवेशन में सामने आए जो मौर्य और शिंगू साम्राज्य के समय के बताए गए है. 

दिल्ली के पुराने किले में नई खोज का हिस्सा
इसके अलावा दिल्ली के पुराने किले को भी इस नई खोज का हिस्सा बनाया गया है , रखी गड़ी को लेकर केंद्र ने वहा के अवशेषों के लिए म्यूजियम पहले ही बना जा चुका है अब यहां पर एक्सकैवेशन में जमीन के नीचे करीब 30 मीटर से जायदा के लक्ष्य को रख कर नई सभ्यता को सामने लाने का प्रयास किया जायेगा

इन 31 स्थानों की लिस्ट में 3 स्थान महाराष्ट्र में, उत्तर प्रदेश में 3 जगह और मध्य प्रदेश में 3 जगह को चिन्हित किया गया है. इस बार काफी समय से मध्य प्रदेश के मुरैना के बटेश्वर मंदिरों की खोज को भी इसमें शामिल किया गया है, जो काफी समय लंबित थी और करीब 1000 साल से जायदा के इतिहास की झलक अब तक देखने को मिली है.

पुरातत्व विभाग के अधिकारियों की मानें तो अभी इन 31 स्थानों को नई खोज के लिए तय किया गया है. इसके अलावा भी ASI उन स्थानों पर भी आगे एक्सकैवेशन करेगा जहां पर अगर कई नए अवशेष दर्ज किए जाएंगे.