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2023 से शुरू हो जाएगा Ayodhya का Shri Ram Airport, जानिए क्या होगा इसमें खास

Ayodhya International Airport: Ram Temple निर्माण की शुरूआत के बाद से लगातार अयोध्या की तस्वीर बदल रही है. वहां बड़े पैमाने पर विकास कार्य हो रहे हैं. अब राम की नगरी में एयरपोर्ट के निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. कहा जा रहा है कि इसके पहले टर्मिनल से उड़ान अप्रैल 2023 तक शुरू हो जाएंगी. आपको बता दें कि एयरपोर्ट का डिजाइन भी राम मंदिर के मॉडल की तर्ज पर तैयार किया गया है.

layout of Ayodhya International Airport layout of Ayodhya International Airport
हाइलाइट्स
  • 2023 से शुरू हो जाएगा अयोध्या का श्रीराम एयरपोर्ट

  • राम मंदिर वाले पत्थर से बन रहा है एयरपोर्ट

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण तेजी से हो रहा है. इसी के साथ शहर की पहचान भी तेजी से बदल रही है. राम मंदिर निर्माण के साथ श्रद्धालुओं के पहुंचने के इंतजाम भी किए जा रहे हैं. इसके लिए हवाई अड्ढा और रेलवे स्टेशन दोनों को तेजी से तैयार किया जा रहा है. हवाई अड्डे को लेकर तो ये कहा जा रहा है कि इसके पहले टर्मिनल से उड़ानों की शुरुआत अप्रैल 2023 तक शुरू हो जाएगी.

राम मंदिर वाले पत्थर से बनेगा एयरपोर्ट-
अयोध्या में बन रहे एयरपोर्ट को प्रभु श्रीराम का नाम दिया जाना पहले ही तय हो चुका है. इसे राम मंदिर के मॉडल पर बनाया जाएगा, ये भी तय हो चुका है. क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी खुद इस मॉडल को देख कर हरी झंडी दे चुके हैं. लेकिन खास बात ये है कि न सिर्फ मॉडल राम मंदिर का होगा. बल्कि उन्हीं पत्थरों के जरिए तैयार किया जाएगा, जिनसे राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. छोटे विमानों की उतरने की व्यवस्था के साथ 300 यात्रियों की क्षमता वाले पहले टर्मिनल के 2023 में चालू हो जाने की उम्मीद है. जबकि पूरा एयरपोर्ट 2025 तक तैयार हो जाएगा.

3 चरणों में पूरा होगा काम-
अयोध्या एयरपोर्ट का निर्माण इन दिनों तेजी से चल रहा है. पहले फेज में 2200 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे बनाया जा रहा है. इस स्थान पर पहले 1500 मीटर का छोटा सा रनवे था, जिस पर हेलीकॉप्टर और छोटे निजी विमान उतरते थे. अब इसी को विस्तार दिया जा रहा है और 3 चरणों में यह पूरा अयोध्या का इंटरनेशनल एयरपोर्ट तैयार होगा. फिलहाल पहले चरण में 323 एकड़ में पहले टर्मिनल पर काम उड़ान योजना के तहत चल रहा है. इसमें छोटे शहरों को कवर करने की तैयारी की जा रही है. इसके बाद दूसरे और तीसरे चरण की योजना का काम 2025 तक चलेगा. 

31 मार्च 2023 तक पूरा होगा पहला चरण-
पहले टर्मिनल का निर्माण कार्य 31 मार्च 2023 तक पूरा हो जाएगा. जिसपर ATR-72 और Q400 बवार्डियर एयरक्राफ्ट का संचालन होगा. इसके लिए 242 करोड़ का फंड भी जारी कर दिया गया है. इतना ही नहीं, साल 2025 में जब अयोध्या एयरपोर्ट पूरी तरह बन जाएगा और पूरी क्षमता से संचालन शुरू हो जाएगा. जब पूरा एयरपोर्ट तैयार हो जाएगा. तो माना जा रहा है कि लखनऊ एयरपोर्ट के दबाव को कम किया जा सकेगा. हालांकि राम मंदिर की तर्ज पर एयरपोर्ट के डिजाइन के पीछे उस शहर की विरासत से लोगों को रूबरू कराना है.

सबसे बड़ा होगा पहला टर्मिनल-
यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट 821 एकड़ जमीन में फैला होगा. पहले चरण के लिए टर्मिनल बिल्डिंग और रनवे में 317 एकड़ जमीन की आवश्यकता होगी. जिसके लिए अभी तक 323 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई जा चुकी है. अभी तक 83 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण हो चुका है. जबकि बाकी जमीन की व्यवस्था में प्रशासन जुटा है। अयोध्या एयरपोर्ट का पहला टर्मिनल सबसे बड़ा होगा. उसके बाद दूसरा टर्मिनल होगा. जबकि इसका तीसरा टर्मिनल पहले दो टर्मिनल से छोटा होगा. 
अयोध्या का एयरपोर्ट राम मंदिर के बनते ही अपने पूरे वजूद में होगा. श्रीराम एयरपोर्ट पर उतरने वालों को ये अहसास हो जाएगा कि वो राम जन्म भूमि पर प्रवेश कर चुके हैं और उनका स्वागत करती गोस्वामी तुलसीदास की चौपाई जरूर मिलेगी. जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रविसि नगर कीजै सब काजा, हृदय राखि कोशलपुर राजा.

(अयोध्या से बनवीर सिंह की रिपोर्ट)

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