Aadhaar Card
Aadhaar Card बिहार में गाहे-बगाहे साइबर ठगी और ऑनलाइन फ्रॉड के मामले सामने आते रहते हैं. दिल्ली सहित पंजाब और देश के दूसरे भागों की पुलिस पटना, नालंदा और अन्य जिलों में पहुंचकर छापेमारी करती रहती है. आरोपी गिरफ्तार होते हैं. लेकिन अब आपको ठगने का एक नया तरीका निकाला जा रहा है. कागज आपके, पहचान आपकी और उसी कागज के आधार पर गाड़ी से लेकर लोन तक लोग निकाल ले रहे हैं. जब लोन की वसूली की बारी आती है, तो कंपनियां आपके पते पर पहुंचकर वसूली करने लगती है. एक ऐसा ही ताजा मामला सामने आया है मुरलीगंज थाना अंतर्गत जयरामपुर से.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, हुआ यूं कि एक फोटो स्टेट की दुकान चलाने वाले ने बड़ा फर्जीवाड़ा कर दिया है. लोग विश्वास के साथ फोटो स्टेट दुकान पर जेरोक्स कराते हैं, लेकिन उन्हें क्या पता है कि जेरॉक्स करने वाला आपके कागजों की एक्सट्रा कॉपी करके रख लेता है. कुछ ऐसा ही हुआ मधेपुरा में जहां पीड़ित के पिता नौकरी के लिए अपने बेटे के कागजात की फोटो कॉपी कराने पहुंचे थे. वहां दुकानदार ने उसकी एक्सट्रा कॉपी बनाकर रख ली.
उसके बाद उसी कॉपी के आधार पर मुरलीगंज के हीरो शोरूम में हीरो एक्सट्रीम बाइक हीरो फाइनेंस से ले ली. जब पीड़ित के खाते से ईएमआई कटी, तब उसे उसकी जानकारी मिली. काफी मशक्कत के बाद आखिरकार फर्जीवाड़ा करने वाला दुकानदार पीड़ित के हत्थे चढ़ गया.
फर्जीवाड़ा करने वाला व्यक्ति पकड़ा गया
रविवार को पीड़ित के हत्थे फर्जीवाड़ा करने वाला युवक पड़ गया. पीड़ित युवक आरोपी को पकड़कर थाने ले गया. घटना के संबंध में पीड़ित अंकित कुमार के मुताबिक आठ मार्च 2022 को उसके खाते से 4986 रुपये अचानक कट गए. जब उसने बैंक में पता किया, तो पता चला कि उसने हीरो फाइनेंस से कोई बाइक किस्त पर ली है, उसी का पैसा कटा है.
इसके बाद, अंकित ने होशियारी दिखाते हुए अपने खाते को खाली कर दिया. अगले महीने कंपनी के लोग उसके घर पहुंचे. उसके बाद अंकित ने सारी कहानी उन्हें बताई. उसके बाद कंपनी ने पूरे पेपर निकाले, जिसमें गाड़ी के साथ उस फोटो स्टेट दुकानदार विजय कुमार की फोटो लगी थी.
मेडिकल स्टोर चलाता है आरोपी
विजय कुमार तीन-चार महीने पहले तक मुरलीगंज के सिनेमा हॉल चौक पर एक मेडिकल स्टोर चलाता था. वहीं फोटो स्टेट की दूकान भी चलता था. बताया जाता है कि 5-6 माह पहले अंकित के पिता उसके डाक्यूमेंट की फोटो स्टेट कराने के लिए विजय की दुकान पर गए थे. इसी दौरान विजय ने उसके कागजात की एक कॉपी रख ली थी, जिसपर उसने इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया. अब पीड़ितों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.