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मेट्रो परिचालन के लिए ड्राइवर और कर्मचारियों को नहीं पड़ेगी विदेशी तकनीक की जरूरत, डीएमआरसी ने तैयार की देशी टेक्निक

दिल्ली मेट्रो रेल निगम(डीएमआरसी) ने बीईएल के साथ मिलकर देशी टेक्निक तैयार की है. इसके तहत अब मेट्रो परिचालन के लिए ड्राइवर और बाकी कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए अब विदेशी तकनीक पर निर्भर नहीं रहना होगा.

दिल्ली मेट्रो दिल्ली मेट्रो
हाइलाइट्स
  • पहले भारत को विदेशी टेक्निक पर निर्भर रहना पड़ता था

  • मेट्रो ड्राइवर और कर्मचारियों का हो सकेगा प्रशिक्षण

मेट्रो परिचालन के लिए ड्राइवर और बाकी कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए अब विदेशी तकनीक की जरूरत नहीं पड़ेगी. दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने बीईएल के साथ मिलकर देशी टेक्निक तैयार की है. केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने इसके पहले प्रोटोटाइप का शुभारंभ किया. मेट्रो ड्राइवर और कर्मचारी इस तकनीक के सहारे मेट्रो के परिचालन का प्रशिक्षण ले सकेंगे.

डीएमआरसी के अधिकारी ने बताया कि मेक इन इंडिया के तहत दिल्ली मेट्रो और बीईएल के बीच पिछले साल सितंबर में समझौता हुआ था. नई प्रणाली का उपयोग किसी कार्यरत ऑपरेटर के कौशल मूल्यांकन के लिए भी किया जाएगा. दिल्ली मेट्रो ने बताया कि यह स्वदेशी रूप से विकसित भारत का पहला ट्रेन ड्राइविंग सिमुलेटर है.

अधिकारियों ने कहा कि अब तक इस उत्पाद को डीएमआरसी द्वारा विदेशी मूल के उपकरण निर्माताओं से उच्च लागत पर आयात किया जा रहा था. डीएमआरसी ने एक बयान में कहा, "प्रशिक्षण प्रणाली में आज उपलब्ध सुविधाओं की तुलना में बहुत बेहतर विशेषताएं होंगी. यह भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपयुक्त होगा. इस उत्पाद की अन्य मेट्रो और रेलवे में उपयोगिता होगी."